Oxygen Supply In Gorakhpur: दिल्ली से गोरखपुर पहुंचा मिशन आक्सीजन, सचिन तेंदुलकर और अभिषेक बच्चन दे चुके हैं दान
Oxygen Supply In Gorakhpurभारत रत्न सचिन तेंदुलकर क्रिकेटर शिखर धवन अभिनेता अभिषेक बच्चन फरहान अख्तर तापसी मन्नू वरुण धवन जैसे दर्जनों सेलीब्रेटी ऐसे हैं जिन्होंने मिशन की न केवल सराहना की बल्कि इसमें लोगों की आक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए बढ़चढ़कर दान भी दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए हो रहे उपायों में 'मिशन आक्सीजन का प्रयास मील का पत्थर साबित होगा। दिल्ली में एक हजार से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर बांटने वाले 20 युवा उद्यमियों की टोली यूपी के उन इलाकों में आक्सीजन की कमी को पूरा करेगी, जहां फिलहाल इसके पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। इसी क्रम में गोरखपुर के निजी अस्पतालों को भी 400-500 आक्सीजन कंसंट्रेटर देने पर सहमति बनी है। संस्था एक सरकारी अस्पताल में आक्सीजन प्लांट भी लगवाएगी, जिसके लिए जिला प्रशासन से बात चल रही है।
आक्सीजन मद में 50 करोड़ रुपये जुटाया
उत्तर प्रदेश में 'मिशन आक्सीजन की मुहिम को आगे बढ़ाने का जिम्मा संस्थापक सदस्य मृगांक मणि और उनकी पत्नी नेहा ने लिया है। देवरिया, गोरखपुर के रहने वाले युवा उद्यमी मृगांक मणि, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे हैं। मृगांक ने बताया कि कोरोना के कहर को देखने के बाद हमें लगा कि इससे निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, ऐसे में हमें भी कुछ करना चाहिए थे। दिल्ली के उद्यमी और व्यापारी राहुल अग्रवाल, वरुण अग्रवाल, उदय आनंद, गौतम चोपड़ा समेत हम 20 लोगों ने मिलकर 'मिशन आक्सीजन की शुरुआत की। हमने 50 करोड़ रुपये जुटाकर आक्सीजन के मद में खर्च करने का लक्ष्य तय किया है। शुरु में हम सभी ने अपनी क्षमता के अनुसार मिशन को आगे बढ़ाया तो इसके बाद मददगारों की सूची लंबी होती गई।
कई सेलीब्रेटी ने दी है दान
भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, क्रिकेटर शिखर धवन, अभिनेता अभिषेक बच्चन, फरहान अख्तर, तापसी मन्नू, वरुण धवन जैसे दर्जनों सेलीब्रेटी ऐसे हैं जिन्होंने हमारी मिशन की न केवल सराहना की बल्कि इसमें लोगों की आक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए बढ़चढ़कर दान भी दिया। यूपी में मिशन को आगे बढ़ाने का जिम्मा मुझे मिला तो इसकी शुरुआत देवरिया से की जहां फिलहाल 15 आक्सीजन कंसंट्रेटर दिए गए हैं। दो-तीन दिन में यहां और भी दिए जाएंगे। गोरखपुर के ऐसे अस्पतालों को हम आक्सीजन कंसंट्रेटर देने जा रहे हैं, जो पूरी तरह सिलेंडर पर निर्भर हैं। हम अस्पतालों से खुद भी संपर्क कर रहे हैं और कई ऐसे हैं जो हमारी वेबसाइट पर आकर हमसे संपर्क कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले हम आक्सीजन को लेकर इतने समृद्ध हो जाएं कि कम से कम आक्सीजन की कमी के चलते किसी की सांस न थमे। आक्सीजन के मद में 50 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य तकरीबन हम हासिल कर चुके हैं।