प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर चला मेगा अभियान, गोरखपुर में 200 बूथों पर हुआ कोविड टीकाकरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर कोविड टीकाकरण का महाअभियान चलाया गया। गोरखपुर में दो सौ केंद्रों पर 1.10 लाख लोगों को टीका लगाया गया। ग्रामीण इलाकों में लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर 17 सितंबर को गोरखपुर में कोविड टीकाकरण का मेगा अभियान आयोजित किया गया है। 200 बूथों पर टीकाकरण किया गया। हालांकि पोर्टल पर सिर्फ 139 बूथों के संचालित होने की सूचना दिख रही थी। हर बूथ पर लंबी कतार लगी रही। सभी टीकाकरण केंद्रों पर उत्साह का माहौल रहा। लंबी लाइन में खड़े होकर लोग अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहे।
एक दिन में 1.10 लाख लोगों को टीकाकरण का लक्ष्य
एक दिन में 1.10 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी 20 ब्लाकों में पांच-पांच हजार तथा शहर में 10 हजार लोगों को टीका लगाया गया। एक दिन पहले ही इसकी तैयारी कर ली गई थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 200 से अधिक बूथ शुरू हो गए हैं लेकिन अभी पोर्टल पर अपडेट नहीं हो पाया है।
नियत समय से पहले ही कतार में लग गए थे लोग
हर बूथ पर लोगों को टीका लगाया गया। टीकाकरण सुबह नौ बजे शुरू हुआ लेकिन इसके दो-तीन घंटे पहले से ही लोगों ने लाइन लगा ली है। हर केंद्र पर पर्याप्त वैक्सीन के साथ वैक्सीनेटर मौजूद रहे। इमरजेंसी दवाओं की किट उपलब्ध थी। निगरानी के लिए डाक्टर मौजूद हैं।
नोडल अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। गांवों में घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाई गई थीं। नोडल अधिकारी लगातार भ्रमण कर बूथों की व्यवस्था देखते रहे। इसके अलावा सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय लगातार भ्रमण कर व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
वैक्सीन की कमी न हो, की गई थी ऐसी व्यवस्था
हर बूथ पर पांच-पांच सौ डोज वैक्सीन भेजी गई थी। इसके बाद भी यदि वैक्सीन कम होने पर तत्काल बूथों पर भेजने की भी व्यवस्था की गई थी। सीएमओ ने बताया कि अब एविन पोर्टल के जरिये आनलाइन पता कर लेते हैं कि किस बूथ पर कितनी वैक्सीन बची हुई है। वैक्सीन खत्म हो, इसके पहले बूथों पर पहुंच जाएगी, ताकि किसी को बिना टीका लगवाए वापस न जाना पड़े।