जला दी गई थी सेमरी गांव की खसरा, खतौनी, 40 वर्ष बाद अब लोगों को मिल सकेगा योजनाओं का लाभ

सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में भनवापुर ब्लाक के ग्राम पंचायत सेमरी के लोगों को पिछले 40 वर्षो से उनकी जोत की खतौनी नहीं मिल पा रही थी क्योंकि यहां की खसरा खतौनी और नक्शे चकबंदी विभाग व जिला अभिलेखगार से जला दिए गए थे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 01:30 PM (IST)
जला दी गई थी सेमरी गांव की खसरा, खतौनी, 40 वर्ष बाद अब लोगों को मिल सकेगा योजनाओं का लाभ
40 वर्ष बाद सेमरी गांव के लोगों को मिल सकेगा योजनाओं का लाभ। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज में भनवापुर ब्लाक के ग्राम पंचायत सेमरी के लोगों को पिछले 40 वर्षो से उनकी जोत की खतौनी नहीं मिल पा रही थी, क्योंकि यहां की खसरा, खतौनी और नक्शे चकबंदी विभाग व जिला अभिलेखगार से जला दिए गए थे। इस प्रकरण में दोषियों पर मुकदमा दर्ज हुआ और जेल भी हुई। बावजूद गांव के लोगों की समस्या यथावत बनी रही। भूमि का मालिकाना प्रपत्र न होने के कारण यहां के लोग केसीसी, अग्निकांड, बाढ़ मदद, किसान सम्मान योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभ से वंचित थे।

एसडीएम ने अभिलेखागार से पुराने प्रपत्राें की कराई खोजबीन

लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए डुमरियागंज एसडीएम त्रिभुवन ने तहसील डुमरियागंज के अभिलेखागार से पुराने प्रपत्रों की खोजबीन कराई और उन्हीं प्रपत्रों के साथ गांव की भूमि का सर्वेक्षण राजस्व टीम के साथ पूरा कराया। भौतिक सत्यापन में भूमि की स्थिति वही पाई गई जो तहसील के पुराने अभिलेखों में थी जिसके बाद उन्होंने डीएम को गांव का कोड आफ रेवेन्यू जारी करने के लिए रिपोर्ट प्रेषित की है। उक्त गांव के लोगों को खतौनी लंबे अर्से से नहीं मिल रही थी, इसलिए लोगों को यह पता नहीं था कि जिस जमीन पर वह खेती बारी कर रहे हैं, वह उनकी है अथवा किसी और की। जमीन का मालिकाना प्रपत्र न होने के कारण लोग सरकार की योजनाओं का लाभ भी नहीं ले पा रहे थे और उनकी स्थिति अन्य गांव के लोगों की अपेक्षा काफी खराब थी। एसडीएम ने पूरे मामले की छानबीन कराई और तहसील से इस गांव के अभिलेख खोज निकाले। राजस्व टीम के सत्यापन के बाद अब यह साफ हुआ है कि कब्जा और मौके पर कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

डीएम को भेज दी गई है रिपोर्ट

एसडीएम ने कहा कि डीएम को रिपोर्ट भेज दी गई है। रेवेन्यू कोड जारी होते ही खतौनी आनलाइन फीड करा दी जाएगी। डुमरियागंज तहसील के 436 गांव में से 435 की खतौनी आनलाइन फीड थी। इस गांव की खतौनी फीड होने के बाद सभी ग्राम पंचायतों की खतौनी आनलाइन हो जाएगी।

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