आरपी सिंह व प्रेम माया जैसे खिलाड़ी देने वाले मास्टर यासीन नहीं रहे Gorakhpur News
मास्टर यासीन को बच्चे से ही हाकी खेलने का जुनून था। वक्त के साथ हाकी से उनका इतना गहरा लगाव हुआ कि वह उनकी जिंदगी बन गई। एमएसआई इंटर कालेज में शिक्षक बने तो वहां से उन्होंने प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय टीम को डा. आरपी सिंह एवं प्रेम माया समेत आठ अंतरर्राष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले हाकी गुरु सैयद यासीनुज जफर (यासीन मास्टर) अब नहीं रहे। रविवार को सुबह करीब नौ बजे उन्होंने अपने अलीनगर उत्तरी स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। वे 88 वर्ष के थे और काफी वक्त से बीमार चले रहे थे। रात आठ बजे उनके खानदानी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। खेल जगत से जुड़े लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को हाकी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
हाकी ही बन गई थी उनकी जिंदगी
मास्टर यासीन को बच्चे से ही हाकी खेलने का जुनून था। वक्त के साथ हाकी से उनका इतना गहरा लगाव हुआ कि वह उनकी जिंदगी बन गई। एमएसआई इंटर कालेज में शिक्षक बने तो वहां से उन्होंने प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। अपने कालेज के अलावा दूसरे होनहार खिलाडिय़ों को भी इस्लामिया कालेज के मैदान पर ही सुबह-शाम प्रशिक्षण देते थे। खिलाडिय़ों को तकनीकी रूप से दक्ष करने और प्रेरित करने की उनके अद्भुत कौशल का ही परिणाम था कि वहां लड़के और लड़कियां दोनों हाकी सीखने जाते थे।
इन खिलाडि़यों को ऊंचाई पर पहुंचाया
उप्र हाकी के उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश ने बताया कि यासीन मास्टर ने स्व. शफीक अहमद, गुलाम सरवर, मो. जिल्लुर्रहमान, मो. आरिफ, डा. आरपी सिंह, शमशाद सीनियर, आरके यादव, माइकल एलेक्जेंडर, शमशाद जूनियर, एसवाई जफर, कमर जमील, गुरु प्रसाद के अलावा महिला खिलाडिय़ों प्रेम माया और रंजना गुप्ता जैसे खिलाडिय़ों को तराशने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन खिलाडिय़ों के अलावा बहुत से ऐसे खिलाड़ी भी हुए जिन्होंने राष्ट्रीय फलक पर गोरखपुर का नाम रोशन किया।
उनके निधन पर उप्र विधान परिषद के पूर्व सभापति व डिस्ट्रिक्ट फुटबाल एसोसिएशन के अध्यक्ष गणेश शंकर पाण्डेय, उप्र के खेल निदेशक डा. आरपी सिंह, भारतीय कुश्ती संघ के संयुक्त सचिव आदित्य प्रताप सिंह, हाकी गुरु मो. इमरान, सीके सिंह, कैप्टन राधेश्याम सिंह, आनंद सिंह, हमजा खान, एनपी गौर, विनोद सिंह, गुलाम सरवर, नियाज अहमद, शमीम अहमद, सुहेल अहमद, असलम, शमशाद अहमद, आरपी विश्वकर्मा, अनवार आलम समेत तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।