कुंभ मेले में बिकेंगे कैदियों द्वारा बनाए गए मास्क, दस माह में बनाए 25 हजार डिजाइनर मास्क Gorakhpur News
सिद्धार्थनगर जिला जेल के कैदियों के हाथों बने डिजाइनर मास्क प्रयागराज के कुंभ मेले में बेचे जाएंगे। नैनी सेंट्रल जेल के स्टाल में सिद्धार्थनगर जनपद कारागार में बने मास्क बेचे जाएंगे। यहां 12 कैदी मास्क बनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं।
प्रशांत सिंह, गोरखपुर : सिद्धार्थनगर जिला जेल के कैदियों के हाथों बने डिजाइनर मास्क प्रयागराज के कुंभ मेले में बेचे जाएंगे। नैनी सेंट्रल जेल के स्टाल में सिद्धार्थनगर जनपद कारागार में बने मास्क बेचे जाएंगे। यहां 12 कैदी मास्क बनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं। जेल प्रशासन ने इन्हें संसाधन मुहैया कराया है। लाकडाउन के समय से ही मास्क बनाए जा रहे हैं। कैदियों ने अभी तक करीब 25 हजार मास्क तैयार कर लिए हैं। एक मास्क की कीमत दस से 15 रुपये है।
जेल प्रशासन कर रहा पूरी मदद
जिला जेल के एक दर्जन कैदी कोरोना से बचाव के लिए मास्क तैयार कर रहे हैं। जेल प्रशासन भी इनकी पूरी मदद कर रहा है। प्रशासन के माध्यम से उत्पाद को सभी के लिए उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी गई है। मास्क बनाने में जुटे कैदी सिलाई का काम जानते हैं। लाकडाउन के दौरान जेल अधीक्षक ने कौशल विकास विभाग से संपर्क करके प्रशिक्षक उपलब्ध कराया था। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इन्होंने दिन-रात एक करके हजारों मास्क बनाए।
गोरखपुर से मंगा रहे हैं सामान
मास्क तैयार करने के लिए कई सामान की आवश्यकता पड़ती है। जेल प्रशासन से इन्होंने यह सामान मंगाने के लिए कहा। लाकडाउन के दौरान नौगढ़ बाजार से कपड़ा, धागा की खरीदारी की, लेकिन इलास्टिक गोरखपुर से आ रहा था। स्थिति सामान्य होने पर सभी सामान गोरखपुर से मंगाना शुरू किया।
ये कैदी बना रहे मास्क
जिला कारागार में बंद कैदी भैय्याराम, पप्पू मास्क बनाने के लिए कपड़े की कटिंग करते हैं। सिलाई करने वालों में इमरान, अमित, अख्तर, रामसहाय, जयप्रकाश, घनश्याम, आजम, राहुल और युसूफ शामिल हैं।
कोरोना से जंग जीतने के लिए कैदी भी कर रहे सहयोग
जेल अधीक्षक, राकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से जंग जीतने के लिए जेल में कैदी भी सहयोग कर रहे हैं। वह मास्क तैयार कर रहे हैं। पहले सभी कैदियों को मास्क उपलब्ध कराया गया। यह मास्क जेल में बनाया गया। अब इन्हें बाजार में बेचने की तैयारी की जा रही है। कुंभ मेला में नैनी सेंट्रल जेल का स्टाल लगता है। इसी स्टाल से यहां की जेल में बने मास्क की बिक्री की जाएगी। इसके लिए दो बंदीरक्षकों को वहां पर भेजा भी जाएगा।