UP Board: बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर होगी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अंक सुधार परीक्षा
जिला विद्यालय निरीक्षकों को परीक्षा हर हाल में यूपी बोर्ड की तरह संचालित कराने को कहा गया है। सभी केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट उड़ाका दल और विशेष पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराना होगा। जनपद में हाईस्कूल व इंटर के 1504 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अंक सुधार की परीक्षा बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर कराई जाएगी। भले ही बोर्ड परीक्षा की तरह इसमें परीक्षार्थियों की संख्या नहीं होगी, लेकिन परीक्षा नजर रखने के लिए सभी तैयारियां बोर्ड परीक्षा की तरह ही की जाएगी। शासन ने भी संबंधित अधिकारियों को नकलविहीन व शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं।
गोरखपुर में 12 केंद्रों पर परीक्षा देंगे हाईस्कूल व इंटर के 1504 परीक्षार्थी
जिला विद्यालय निरीक्षक को परीक्षा हर हाल में यूपी बोर्ड की तरह संचालित कराने को कहा गया है। सभी केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट, उड़ाका दल और विशेष पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराना होगा। जनपद में हाईस्कूल व इंटर के 1504 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें हाईस्कूल के 851 व इंटरमीडिएट के 653 विद्यार्थी शामिल हैं।
कंट्रोल रूम से होगी निगरानी, गठित होंगे सचल दल
अंक सुधार परीक्षा की निगरानी बोर्ड की तरह ही कंट्रोल रूम से होगी। परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण के लिए दो सचल दलों का गठन किया जाएगा। इसके अलावा 12 केंद्र व्यवस्थापक, 12 अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक, सात जोनल मजिस्ट्रेट, 12 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा सात सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की जाएगी। जो परीक्षा पर नजर रखेंगे।
बोर्ड ने जारी किए प्रवेश पत्र
परीक्षा के लिए बोर्ड ने प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। प्रवेश पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है। प्रधानाचार्य अपने यूजर आइडी पासवर्ड से लागिन कर प्रवेश पत्र डाउनलोड कर संबंधित छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराएंगे, ताकि व 18 सितंबर से शुरू होने वाली अंक सुधार की परीक्षा में प्रतिभाग कर सकें। डीआइओएस ने सभी प्रधानाचार्यों को इसको लेकर निर्देश दे दिए हैं।
जिले के 12 केंद्रों पर 18 सितंबर से छह अक्तूबर तक होने वाली अंक सुधार परीक्षा को नकलविहीन संचालित कराने के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। प्रवेश पत्र जारी हो चुका है। प्रधानाचार्यों को प्रवेश पत्र डाउनलोड कर परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। - ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआइओएस।