मनीष हत्याकांड : आखिरी आरोपित की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रहीं 16 टीमें
Manish murder case मनीष हत्याकांड में मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण ङ्क्षसह सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस की 16 टीमें दारोगा विजय यादव की तलाश में जुटी हैं। आरोपित विजय की गिरफ्तारी पुलिस के लिए अहम है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष हत्याकांड में मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण ङ्क्षसह सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस की 16 टीमें दारोगा विजय यादव की तलाश में जुटी हैं। आरोपित विजय की गिरफ्तारी पुलिस के लिए अहम है। उसकी प्रमुख वजह है कि छह आरोपितों में सिर्फ विजय इकलौता ऐसा आरोपित था जो अरेस्ट स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट पहुंचा था।
दूसरे जिलों में भी दबिश देर रही पुलिस टीमेें
मनीष हत्याकांड में हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ समेत 16 टीमें आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई थीं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमों ने जौनपुर, बलिया, बाराबंकी, लखनऊ, अमेठी सहित विभिन्न जिलों में दबिश दिया। स्वजन पर दबाव बनाया, उसकी देन रही कि पांच आरोपित अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं।
छठा आरोपित चल रहा है फरार
इनकी गिरफ्तारी के बाद टीमें अब छठें व आखिरी आरोपित दारोगा विजय यादव की तलाश में सक्रिय हो गई हैं। सभी टीमों को निर्देशित किया गया है कि सघन छापेमारी करके उसे गिरफ्तार किया जाए। पुलिस की कोशिश है कि वह कहीं न्यायालय में आत्मसमर्पण न कर सके और न ही हाईकोर्ट से अरेस्ट स्टे ला सके।
प्रयागराज में बरती जा रही विशेष सतर्कता
इस लिए टीमों को प्रयागराज में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा विजय के जिले जौनपुर में पुलिस छापेमारी मारी कर रही है। अन्य संभावित ठिकानों को भी पुलिस खंगाल रही है।
हुआ यह था
कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने आए थे। 27 सितंबर की रात वह रातगढ ताल इलाके के कृष्णा पैसलेस होटल में रुके थे। आरोप है कि रात में चेकिंग के नाम पर पहुुंची रामगढ ताल थाने की पुलिस टीम ने मनीष गुप्ता को पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इस मामले मेें रामगढ ताल के तत्कालीन इंस्पेक्टर जगत नारयण सिंह और फलमंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्र सहित छह पुलिस वालों पर मुकदमा दर्ज है। पांच आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। छठें आरोपित की तलाश की जा रही है।