Manish Gupta murder case: एक दिसम्बर तक गोरखपुर जेल में ही रहेंगे मनीष के हत्यारोपित
कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्त की 27 सितंबर की रात गोरखपुर के रामगढ ताल इलाके में स्थित होटल में हत्या कर दी गई थी। दो दोस्तों के साथ वह गोरखपुर घूमने आए थे। उनकी हत्या के मामले में इंस्पेक्टर सहित छह पुलिस वाले अभियुक्त बनाए गए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या में आरोपित पुलिसवाले आगामी एक दिसम्बर तक गोरखपुर जेल में ही रहेंगे। मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने आरोपितों की न्यायिक हिरासत बढ़ाए जाने के लिए सीजीएम कोर्ट में अनुरोध किया था। उसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। सीबीआइ ने कोर्ट को यह भी जानकारी दी कि अब इस मामले को वह देख रही है और इसकी विवेचना भी कर रही है।
न्यायिक हिरासत बढाने के लिए दिन भर कचहरी में दौडती रही सीबीआइ टीम
कारोबारी मनीष की हत्या को लेकर गोरखपुर जेल में बंद इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह सहित छह पुलिस वालों की न्यायिक हिरासत बढ़ाये जाने को लेकर सीबीआइ 17 नवंबर को पूरे दिन दीवानी कचहरी से लेकर एनेक्सी भवन तक दौड़ती रही। बीते दो नवंबर को सीबीआइ ने मनीष गुप्ता का मामला अपने हाथ में लेते हुए मुकदमा दर्ज किया था। तीन नवंबर को गोरखपुर जेल में बंद आरोपित पुलिसवालों की न्यायिक हिरासत अवधि खत्म हो रही थी, लेकिन तीन नवंबर को एसआइटी कानपुर ने न्यायिक हिरासत बढ़ाने के लिए आवेदन किया था।
घटना से जुडे लोगों से पूछताछ कर ही सीबीआइ टीम
बीते 11 नवंबर से गोरखपुर आई सीबीआइ टीम मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है। टीम ने अभी उन लोगों से पूछताछ किया है, जिनकी सीधे तौर पर कोई भूमिका तो नहीं है, लेकिन उनके जरिये घटना के बारे में जानने का प्रयास किया है। इस दौरान 17 नवंबर को आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि समाप्त हो रही थी। एसआईटी ने केस को सीबीआई को हैंडओवर कर दिया था। ऐसे में 17 नवंबर को सीबीआइ ने सीजेएम कोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर केस अपने हाथ में लेने की जानकारी दी और न्यायिक हिरासत बढ़ाने का अनुरोध किया। कोर्ट ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए आगामी एक दिसंबर तक न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ा दी है।
लौटी सीबीआइ, फिर टीम के साथ आएगी
आरोपितों की न्यायिक हिरासत बढ़ने के बाद सीबीआइ टीम गोरखपुर से लौट गई है। सीबीआई के नाम से बुक एनेक्सी भवन के सभी कमरे खाली कर दिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ जल्द दुबारा फोरेंसिक व अन्य टीम के साथ गोरखपुर आएगी और उसके बाद अन्य लोगों से पूछताछ कर उन्हें कस्टडी रिमांड में ले सकती है।
आनलाइन हुई आरोपितों की पेशी
17 नवंबर को मनीष हत्याकांड के सभी आरोपितों की कोर्ट में पेशी थी। सभी आरोपितों की जेल से आनलाइन पेशी हुई है। इस दौरान अदालत ने आरोपितों की न्यायिक हिरासत बढाए जाने का फैसला लिया।