Gorakhpur Vaccination: गोरखपुर में कोविड टीकाकरण अभियान से जोड़े गए 625 मंगल दल, सभी को किया गया प्रशिक्षित

Gorakhpur Vaccination युवक मंगल दल के सभी पदाधिकारियों को यूनिसेफ के सहयोग से शुक्रवार को वर्चुअल कार्यक्रम में प्रशिक्षित किया गया। ये सभी पदाधिकारी गांवों में लोगों को टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक व प्रेरित कर बूथों पर भेजेंगे।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:11 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:11 AM (IST)
Gorakhpur Vaccination: गोरखपुर में कोविड टीकाकरण अभियान से जोड़े गए 625 मंगल दल, सभी को किया गया प्रशिक्षित
जांच करते कोरोना डाक्‍टर की फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। कोविड टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए अब जिले के 625 मंगल दलों को भी अभियान से जोड़ा गया है। इसमें 343 युवक मंगल दल व 282 महिला मंगल दल शामिल किए गए हैं। इन दलों के पदाधिकारियों को यूनिसेफ के सहयोग से शुक्रवार को वर्चुअल कार्यक्रम में प्रशिक्षित किया गया। ये लोगों को टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक व प्रेरित कर बूथों पर भेजेंगे।

यूनिसेफ के गुलजार त्यागी ने कोविड के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला युवा कल्याण अधिकारी अमित कुमार ने मंगल दलों से अपील की कि वह लोगों के मन से टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर कर उन्हें अभियान से जोड़ें।

दी गई यह जानकारी

बुखार, खांसी, जल्दी-जल्दी सांस लेने, थकान, मांसपेशियों एवं शरीर में दर्द, सिर में दर्द, स्वाद एवं गंध के गायब होने, आंखों में कंजेक्टिवाइटिस, गले में खराश, बंद या बहती नाक, मिचली या उल्टी और दस्त की दिक्कत हो तो कोविड भी हो सकता है। ऐसे लोगों को कोविड जांच के लिए प्रेरित करें।

अपने मन से बिलकुल दवा न लें

अगर कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो अप्रामाणिक स्रोतों पर ध्यान न दें। प्रदेश सरकार के हेल्पलाइन नंबर 18001805145 एवं 104 पर काल करके प्रामाणिक जानकारी लें। अपने मन से दवा न लें। चिकित्सक की सलाह से इलाज करें और खुद को आइसोलेट कर लें। कोविड से बचाव के लिए मास्क, दो गज की दूरी, खांसते-छींकते समय रुमाल, टिश्यू पेपर व कोहनी के इस्तेमाल, हाथों की स्व'छता, भीड़ वाले जगहों पर जाने से परहेज व सतर्कता के नियमों का सख्ती से पालन करें।

टीकाकरण कराने पर जोर

सतर्कता अपनाते हुए 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग कोविड टीकाकरण अवश्य करवाएं। टीका पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है। टीका लगवाने के बाद कोविड होने पर जटिलताएं कम होती हैं। टीका लगवाने के बाद भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करना है। लाभार्थियों से कहें कि खुद के टीकाकरण के बाद अपने जानने वालों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।

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