गोरखपुर में मलेरिया ने दी दस्तक, रोकथाम की तैयारियों में जुटा विभाग
गोरखपुर के सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि मलेरिया के दो मरीज मिले हैं। उनका इलाज चल रहा है। यह संक्रामक रोगों का समय है। बेहतर है कि सभी लोग बचाव के प्रति सतर्क हो जाएं। कोविड प्रोटोकाल मलेरिया व डेंगू सहित अनेक बीमारियों से भी बचाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मलेरिया के दो मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। जनवरी से लेकर अब तक लगभग 6880 नमूनों की जांच हुई है। इसमें मात्र दो मरीज मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि मलेरिया के मामले बहुत कम हैं। फिर भी सतर्कता बरतनी जरूरी है। लोगों को साफ-सफाई व बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि मलेरिया के दो मरीज मिले हैं। उनका इलाज चल रहा है। यह संक्रामक रोगों का समय है। बेहतर है कि सभी लोग बचाव के प्रति सतर्क हो जाएं। कोविड प्रोटोकाल मलेरिया व डेंगू सहित अनेक बीमारियों से भी बचाएगा। इसलिए मास्क लगाएं, कुछ खाने-पीने से पहले हाथों की साबुन-पानी से अच्छी तरह सफाई करें। शारीरिक दूरी बनाकर रहें।
एक सप्ताह से नहीं मिले डेंगू के केस
लगभग 15 दिन पहले लखनऊ व प्रयागराज से दो लोग डेंगू से पीड़ित होकर लौटे तो सेहत महकमे में हड़कंप मच गया। हालांकि दोनों संक्रमण से उबर चुके हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह एक युवती में संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके बाद डेंगू के एक भी केस नहीं मिले हैं, जबकि अभी तक लगभग 608 लोगों की जांच हो चुकी है।
कोरोना विदा होने के करीब
जिले में दूसरी लहर में कहर बरपाने वाला काेरोना संक्रमण अब विदा होने के करीब है। पिछले छह दिन से एक भी मरीज नहीं मिले हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या मात्र चार रह गई है। विभाग का मानना है कि दो-चार दिन में जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या शून्य हो जाएगी।
कोरोना, डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। गांव-गांव आशा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। वे मरीजों को चिह्नित कर स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच के लिए भेज रही हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में संदिग्धों की जांच की जा रही है। इस सप्ताह मलेरिया के दो मरीज मिले हैं। दोनों की तबीयत में सुधार है। उनका इलाज किया जा रहा है। - डा. सुधाकर पांडेय सीएमओ।