जरूरतमंद महिलाओं को व्यापार का मौका दे बना रहे आत्मनिर्भर

गांवों में जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता नीलम चतुर्वेदी आगे आयी हैं। नीलम श्रीजी मानव कल्याण सेवा संस्थान के सहयोग से महिलाओं को व्यापार का मौका प्रदान कर रही हैं। इसके तहत उन्हें एक गुमटी उपलब्ध कराई जाएगी और साथ में सामान भी दिया जाएगा।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Fri, 05 Nov 2021 01:15 PM (IST) Updated:Fri, 05 Nov 2021 01:15 PM (IST)
जरूरतमंद महिलाओं को व्यापार का मौका दे बना रहे आत्मनिर्भर
जरूरतमंद महिलाओं को व्यापार का मौका दे बना रहे आत्मनिर्भर। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, उमेश पाठक। गांवों में जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता नीलम चतुर्वेदी आगे आयी हैं। नीलम श्रीजी मानव कल्याण सेवा संस्थान के सहयोग से महिलाओं को व्यापार का मौका प्रदान कर रही हैं। इसके तहत उन्हें एक गुमटी उपलब्ध कराई जाएगी और साथ में सामान भी दिया जाएगा।

गुमटी में बैठने वाली महिलाओं को मिलेंगा 15 सौ रुपये

गुमटी पर बैठने वाली महिला को प्रतिमाह 1500 रुपये मिलेंगे। सामान बेचने पर कमीशन अलग से मिलेगा। दावा है कि महिलाएं महीने में पांच हजार से 15 हजार रुपये तक कमा सकेंगी। जिले में इस पहल की शुरुआत पाली एवं कैंपियरगंज ब्लाक से की गई है। पाली ब्लाक की लाली ने कारोबार शुरू भी कर दिया है।

सिक्‍योरिटी मनी जमाकर उपलब्‍ध कराई जाएगी गुमटी

स्वयं सहायता समूह की महिलाएं समूह की बचत से कारोबार कर आय अर्जित करती हैं। गुमटी या दुकान लेने में ही उन्हें अच्छी खासी धनराशि देनी पड़ती है। संस्था की ओर से इन महिलाओं को जो गुमटी दी जा रही है, उसके बदले 25 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी जमा कराई जा रही है। समूह की बचत से यह धनराशि दी जा रही है।

संस्‍था के सहयोग से महिलाओं को बनाया जाएगा आत्‍मनिर्भर

संस्था के सहयोग से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दे रहीं सेवा भारती की नीलम चतुर्वेदी बताती हैं कि जो गुमटी दी जा रही है, उसकी कीमत करीब 35 हजार रुपये है। गुमटी के साथ वाङ्क्षशग पाउडर, साबुन, बिस्किट सहित घरेलू उपयोग के 25 हजार रुपये कीमत के उत्पाद दिए जा रहे हैं।

सामान की बिक्री से बढ रही आय

पाली ब्लाक के समधिया चौराहे पर गुमटी में सामान बेचने वाली चांदबारी गांव की लाली का कहना है कि सामान की बिक्री हो रही है और इससे आय बढ़ी है। नीलम का कहना है कि जिले में 20 हजार से अधिक महिलाओं को इस अभियान से जोडऩे की तैयारी है। महिला जब भी गुमटी वापस करना चाहेगी, सिक्योरिटी राशि भी लौटा दी जाएगी।

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