मकर संक्रांति कल, पूरे दिन रहेगा पुण्य काल Gorakhpur News
पं. शरद चंद्र मिश्र व डा. जोखन पांडेय शास्त्री के अनुसार दिन में संक्रांति होने से उसी दिन पुण्य काल होता है। यह संक्रांति के 16 घंटे पूर्व से शुरू हो जाता है और 16 घंटे बाद तक रहता है।
गोरखपुर, जेएनएन। इस वर्ष मकर संक्रांति 14 जनवरी को परंपरागत रूप से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाई जाएगी। इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। इस दिन खिचड़ी का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाएगा। नदियों में स्नान कर लोग दान करेंगे। गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाएंगे। अनेक जगहों पर खिचड़ी भोज आयोजित जाएगा।
पं. शरद चंद्र मिश्र व डा. जोखन पांडेय शास्त्री के अनुसार दिन में संक्रांति होने से उसी दिन पुण्य काल होता है। यह संक्रांति के 16 घंटे पूर्व से शुरू हो जाता है और 16 घंटे बाद तक रहता है। इस वर्ष श्रवण नक्षत्र में मकर संक्रांति होने से सरकार द्वारा महंगाई पर नियंत्रण के प्रयास तेज किए जाएंगे।
गोरक्षपीठाधीश्वर चढ़ाते हैं पहली खिचड़ी
मकर संक्रांति के अवसर पर बाबा गोरखनाथ के दरबार में पहली खिचड़ी गोरक्षपीठाधीश्वर चढ़ाते हैं। महंत अवेद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद से इस परंपरा का निर्वहन वर्तमान गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ करते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद व्यस्तता के बावजूद योगी आदित्यनाथ इस परंपरा का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन किया है। गोरक्षपीठीधीश्वर ही नेपाल के राजपरिवार की खिचड़ी भी उसी दौरान चढ़ाते हैं। उसके बाद शुुरू होता है श्रद्धालुओं द्वारा खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला। जो पूरे दिन चलता है।
महीने भर चलता है खिचड़ी मेला
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर परिसर में खिचड़ी मेले के आयोजन भी परंपरा है। मेला सज चुका है लोग उसका लुत्फ उठा रहे हैं लेकिन इसकी औपचारिक शुरुआत मकर संक्रांति से होगी और यह सिलसिला पूरे एक महीने चलेगा। मेले का समापन महाशिवरात्रि के दिन होगा। गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए केवल गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोग ही नहीं, अपितु बिहार और नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। दूर दराज से आने वाले लोग बुधवार को ही पहुंच गए हैं। इनके आने का सिलसिला पूरी रात तक जारी रहेगा।