गोरखपुर पुल‍िस में बड़ा फेरबदल, 57 दारोगा व निरीक्षकों का तबादला- इसमें गोरखपुर के आठ एसओ भी शाम‍िल

गोरखपुर में दो द‍िन के भीतर दूसरी बार पुल‍िस महकमे में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है। दो द‍िन पहले बीस दारोगाओं का कार्यक्षत्र बदला गया था आब्‍र अब 57 निरीक्षक और दारोगाओं का तबादला कर द‍िया गया है। सूची में गोरखपुर में तैनात आठ थानेदारों का नाम शामिल है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 12:24 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:45 PM (IST)
गोरखपुर पुल‍िस में बड़ा फेरबदल, 57 दारोगा व निरीक्षकों का तबादला- इसमें गोरखपुर के आठ एसओ भी शाम‍िल
गोरखपुर में पुल‍िस व‍िभाग में बड़े पैमाने पर तबादले हुए हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। एडीजी जोन अखिल कुमार और डीआइजी रेंज जे रविन्द्र गौड़ ने 57 निरीक्षक और दारोगाओं का तबादला कर द‍िया। सूची में गोरखपुर में तैनात आठ थानेदारों का नाम शामिल है।

प्रभारी निरीक्षक बड़हलगंज मनोज कुमार राय का महराजगंज, प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर कुमार स‍िंह को कुशीनगर भेजा गया है। रामगढ़ताल थानेदार जगत नारायण स‍िंह, महिला थाना प्रभारी अर्चता स‍िंह का तबादला देवरिया हुआ है। बेलीपार एसएचओ नीरज कुमार राय का कुशीनगर, बांसगांव के थानेदार राणा देवेंद्र स‍िंह और पिपराइच के एसएचओ सूर्यभान स‍िंह को बस्ती रेंज में भेजा गया है। इनके अलावा एसएसपी के रीडर जयदीप कुमार वर्मा, पीआरओ उपेन्द्र मिश्र, गगहा में तैनात अपराध निरीक्षक रामभवन यादव का देवरिया और क्राइम ब्रांच में तैनात सत्य सान्याल शर्मा को कुशीनगर भेजा गया है। एसएसपी ने इसके एक द‍िन पूर्व 20 दारोगा का कार्यक्षेत्र बदल द‍िया था। कई को चौकी इंचार्ज बनाया गया तो कई को थाने पर भेज दिया गया था।

गोरखपुर जोन में लंबित है 10297 विवेचना

गोरखपुर जोन के 11 जिलों में सबसे ज्यादा विवेचना गोरखपुर में लंबित हैं।एडीजी ने लंबित मामले का निस्तारण कराने के लिए आपरेशन तफ्तीश शुरू कराया है।आंकड़ों पर गौर करें तो गोरखपुर जोन में कुल 10297 मामले लंबित हैं, जिसमें गोरखपुर में सबसे ज्यादा 3625 और श्रावस्ती में सबसे कम 293 मामले की विवेचना का निस्तारण होना शेष है। जालसाजी, हत्या, लूट के मामले की विवेचना का निस्तारण लंबे समय से न हो पाने की वजह से पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं।इसके निस्तारण के लिए एडीजी ने लंबित चल रही विवेचना की सूची तैयार कराई है।सभी कप्तान को निर्देश दिए हैं कि अपने पर्यवेक्षण में जिले में लंबे समय से लंबित विवेचना का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर कराएं।ताकि लोगों को त्वरित न्याय मिल सगे।

निस्तारण न होने से परेशान होता है पीडि़त

मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण न होने से लोगों का पुलिस पर भरोसा कम होता है।पीडि़त अधिकारियों के यहां चक्कर लगाकर परेशान होता है। इसके लिए एडीजी जोन अखिल कुमार ने जुलाई में आपरेशन तफ्तीश शुरू कराया। जिसमें पुराने मामलों का निस्तारण करना था।

किस जिले में कितनी विवेचना लंबित

जिला लंबित विवेचना

गोरखपुर 3625

देवरिया 1004

कुशीनगर 1383

महराजगंज 741

बस्ती 636

संतकबीरनगर 419

सिद्वार्थनगर 408

गोंडा 856

बलरामपुर 391

बहराइच 541

श्रावस्ती 293

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