गोरखपुर में काजू और बादाम के दाम में भारी गिरावट, जानें-सूखे मेवे के क्‍या है कीमत Gorakhpur News

कोरोना की वजह से पिछले साल सूखा मेवा खूब बिका था। कीमत भी 10 से 15 फीसद तक बढ़ गई थी। मार्च में कोरोना के एकाएक मामले बढऩे से मेवे की मांग कम हो गई। होली में भी सूखे मेवे का कारोबार कम रहा।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 03:27 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 07:56 PM (IST)
गोरखपुर में काजू और बादाम के दाम में भारी गिरावट, जानें-सूखे मेवे के क्‍या है कीमत Gorakhpur News
काजू, बादाम एवं अन्‍य सूखा मेवा का फोटो, जेएनएन।

 गोरखपुर, जेएनएन। सूखे मेवा के दामों में बड़ी गिरावट आई है। काजू, बादाम एवं अंजीर के दाम प्रतिकिलो 75 से लेकर 125 रुपये तक की कम हो गए हैं। काजू व बादाम की कीमत मिठाई से भी कम हो गई है। बादाम 500 तथा काजू 600 रुपये की शुरुआती कीमत मिल रहा है। कारोबारियों के मुताबिक कोरोना की वजह से सूखे मेवा की मांग 40 फीसद तक घट गई है।

कोरोना की वजह से पिछले साल कोरोना की वजह से पिछले साल सूखा मेवा खूब बिका था। कीमत भी 10 से 15 फीसद तक बढ़ गई थी। मार्च में कोरोना के एकाएक मामले बढऩे से मेवे की मांग कम हो गई। होली में भी सूखे मेवे का कारोबार पिछले वर्ष की तुलना में पचास फीसदी कम रहा।सूखा मेवा खूब बिका था। कीमत भी 10 से 15 फीसद तक बढ़ गई थी। मार्च में कोरोना के एकाएक मामले बढऩे से मेवे की मांग कम हो गई। होली में भी सूखे मेवे का कारोबार पिछले वर्ष की तुलना में पचास फीसदी कम रहा। कारोबारियों को 22 अप्रैल से शुरू हो रही लगन से उम्मीदें थी, लेकिन कोरोना की वजह से गिरावट शुरू हो गई है। लोगों ने सूखा मेवा खरीदना कम कर दिया है। किशमिश को छोड़ सभी तरह के सूखे मेवे के दाम में कम हुए हैं। लखनऊ और पटना के बीच सूखे मेवे की गोरखपुर सबसे बड़ी मंडी है। आसपास के जिलों के अलावा बिहार के बगहा, बेतिया, मोतीहारी, सीवान व छपरा तक के थोक कारोबारी यहां से माल ले जाते हैं। साहबगंज के थोक कारोबारी कृष्णा का कहना है कि मांग न होने से मेवे के कारोबार में सुस्ती है। किशमिश को छोड़ सभी मेवे के दामों में कमी आई है। बाजार में माल भरपूर है, लेकिन खरीदार नहीं मिल रहे हैं। मोहरीपुर में किराना मार्ट चलाने वाले दुर्गेश का कहना है कि पिछले साल कोरोना काल में लोगों ने सबसे ज्यादा अपनी सेहत का ध्यान रखा। खासकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सूखे मेवे का इस्तेमाल किया गया, लेकिन अब बहुत से लोगों के पास मेवे खरीदने के लिए पैसे नहीं है।

यहां से आता है सूखा मेवा

काजू - कर्नाटक, केरल व आंध्र प्रदेश आता है, जबकि बादाम कैलिर्फोनिया से मंगाया जा रहा है। वहीं अंजीर और मुनक्‍का अफगानिस्तान से छुहाड़ा पाकिस्तान से मंगाया जाता है। खजूर सऊदी अरब, यूएई, ईरान से आता है। किशमिश महाराष्ट्र व अफगानिस्तान मगाया जा रहा है। मखाना दरभंगा से पस्ता ईरान और अखरोट कश्मीर व चिली से मंगाया जा रहा है।

एक नजर कीमत पर

बादाम 500-700 रुपये प्रतिकिलो,

काजू 600-750 रुपये प्रतिकिलो,

किशमिश 200-280 रुपये प्रतिकिलो,

छुहाड़ा - 250 रुपये प्रतिकिलो,

अंजीर - 600 - 800 रुपये प्रतिकिलो,

मखाना - 600-700 रुपये प्रतिकिलो,

अखरोट - 900-1200 रुपये प्रतिकिलो,

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