Indo-Nepal border: नेपाल में बारिश से भारतीय क्षेत्र में खंड-खंड टूटा महाव तटबंध, सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न
महाव तटबंध पहली बरसात में ही चार स्थानों पर टूट गया। जिसके कारण नाले के रेत मिश्रित पानी से सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए। तटबंध टूटने से धान की रोपाई में जुटे किसानों की उम्मींदों पर पानी फिर गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल में पहाड़ों पर हो रही मूसलधार बारिश के कारण महराजगंज जिले के नौतनवा तहसील क्षेत्र में स्थित महाव तटबंध पहली बरसात में ही चार स्थानों पर टूट गया। जिसके कारण नाले के रेत मिश्रित पानी से सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए। तटबंध टूटने से धान की रोपाई में जुटे किसानों की उम्मींदों पर पानी फिर गया है।
तटबंध टूटने से धान की रोपाई में जुटे किसानों की उम्मीदों को झटका
पहाड़ों पर हुई झमाझम बारिश के कारण महाव नाले का जलस्तर मंगलवार की दोपहर खतरे के निशान को पार कर गया था। नाला खतरे का निशान पांच फीट से ऊपर साढ़े आठ फीट पर बह रहा है। शाम पांच बजे तक पानी के दबाव को न झेल पाने के कारण नाला अपने पश्चिमी तटबंध को खैरहवा दुबे गांव के सामने रणजीत सिंह के खेत में 20 मीटर व चंद्रशेखर सिंह के खेत के सामने 30 मीटर व विशुनपुरा गांव के समीप दोगहरा निवासी सफाद अली के खेत के सामने 30 मीटर तोड़कर तबाही मचाना शुरू कर दिया। जबकि नाले का पूर्वी तटबंध अमहवा में बिरई यादव के खेत के सामने 10 मीटर टूट गया। महाव का पानी सैकड़ों एकड़ खेत को जलमग्न कर अब गांवों की तरफ बढ़ रहा है।
नौतनवा तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता ने महाव तटबंध पर पहुंचकर जर्जर बांध व कटान स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही महाव के टूटे तटबंध के मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। सिंचाई खंड दो महराजगंज के अधिशासी अभियंता राजीव कपिल ने बताया कि नेपाल में भारी बारिश व वन क्षेत्र में नाले की सफाई न होने के कारण ओवरफ्लो होने से बंधा टूटा है। शीघ्र की बंधे की मरम्मत करा कर नाले की सफाई कराई जाएगी।
किसानों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
मानसूनी बारिश शुरू होते ही महाव का बांध चार स्थानों पर टूटने से बाढ़ प्रभावित दोगहरा, विशुनपुरा, अमहवा, खैरहवा दुबे गांवों के किसान काफी आक्रोशित हैं। विशुनपुरा गांव के किसान प्रमोद चौधरी, जयप्रकाश तिवारी, अगस्त मुनि चौधरी व खैरहवा दुबे गांव के किसान सुनील मिश्र, मनदीप यादव, जोखू आदि ने बताया कि नाले की तबाही से बचाने के लिए प्रशासन द्वारा समय रहते कोई उपाय नहीं किया गया । जिसका खामियाजा क्षेत्रीय किसानों को भुगतना पड़ रहा है। खैरहवा दुबे गांव के सामने महाव के टूटे कटान स्थल के रास्ते नाले का पानी गांव को नौतनवा- ठूठीबारी मार्ग से जोड़ने वाली सड़क पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सड़क पर दो फीट पानी बहने से ग्रामीणों को आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।