लखनऊ को यहां से मिल रही 200 मेगावाट बिजली, जानिए कौन सा है शहर Gorakhpur News

बस्ती जिले के हर्रैया के भौखरी में निर्मित टांडा-भौखरी 400 केवी ट्रांसमिशन विद्युत उपकेंद्र से लखनऊ 400 केवी ट्रांसमिशन पावर हाउस से भी आपूर्ति शुरू करा दी गई है। पहले चरण में 200 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 12:30 PM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 12:30 PM (IST)
लखनऊ को यहां से मिल रही 200 मेगावाट बिजली, जानिए कौन सा है शहर Gorakhpur News
टांडा-भौखरी 400 केवी ट्रांसमिशन विद्युत उपकेंद्र। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : बस्ती जिले के हर्रैया के भौखरी में निर्मित टांडा-भौखरी 400 केवी ट्रांसमिशन विद्युत उपकेंद्र से लखनऊ 400 केवी ट्रांसमिशन पावर हाउस से भी आपूर्ति शुरू करा दी गई है। पहले चरण में 200 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है। बिजली आपूर्ति से ग्रीष्म ऋतु में गुणात्मक सुधार व 25 लाख आबादी लाभान्वित होगी।

गर्मी में होगा गुणात्‍मक सुधार

अधिशासी अभियंता ट्रांसमिशन अरविंद कुमार ने बताया कि लखनऊ (पीजीसीआइएल) 29 किमी. लाइन लागत 53.68 करोड़ को शुक्रवार रात 20.52 बजे ऊर्जीकृत कर दिया गया है। इस लाइन के ऊर्जीकरण से टांडा एनटीपीसी परियोजना से विद्युत निकासी के लिए दूसरी स्रोत शुरू हो गई है। जनपद बस्ती एवं आसपास के क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति से गर्मी में गुणात्मक सुधार होगा। पूरी परियोजना 828 करोड़ की लागत से तैयार हुई है। इसमें 400 केवी ट्रांसमिशन विद्युत उपकेंद्र और लाइन शामिल है। शुक्रवार को दिल्ली से कोड मिलने के बाद लखनऊ 400 केवी लाइन को पूरे लोड पर ऊर्जीकृत करते हुए आपूर्ति शुरू कराने में सफलता मिली। बताया कि 256 करोड़ की लागत से बनी दो लाइनें सर्किट-वन और सर्किट-दो लाइनों की पावर क्षमता 700-700 मेगावाट है। 400 केवी ट्रांसमिशन विद्युत लाइन गोरखपुर व 400 केवी लखनऊ लाइन से भौखरी 400 केवी लाइन को जोड़ दिया गया है।

गोरखपुर को ढाई सौ मेगावाट दी जा रही बिजली

गोरखपुर को अभी ढाई सौ जबकि लखनऊ को दो सौ मेगावाट बिजली आपूर्ति शुरू कराई गई है। विद्युत उपकेंद्र को 660 मेगावाट बिजली आपूर्ति होगी। इसके बाद इसे बढ़ाकर 1200 मेगावाट किया जाएगा। भौखरी-लखनऊ लाइन को निदेशक कार्य एवं परियोजना एके जैन के निर्देशन में ऊर्जीकृत किया गया है। उपकेंद्र पर स्थापित 500 एमवीए के दो और 200 एमवीए के दो ट्रांसफार्मरों को जून तक ऊर्जीकृत करने की योजना है। अभी जो एनर्जी मिल रही है, वह मेन बसबार में आ रही है और वहीं से लखनऊ व गोरखपुर भेजी जा रही है। बिजली आपूर्ति शुरू होने से बिजली का संकट खत्म हो जाएगा। चीफ इंजीनियर ट्रांसमिशन गोरखपुर एचएन प्रसाद, अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश आदि लोग मौजूद रहे।

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