गोरखपुर में हत्या के बाद लूट : सड़क पर मैनेजर का शव रखकर लगाया जाम Gorakhpur News
गोरखपुर में पेट्रोल पंप मैनेजर आनंद स्वरूप के परिवार को आर्थिक मदद और बेटे को नौकरी दिलाने की मांग को लेकर लोगों ने मंगलवार सुबह चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। पेट्रोल पंप मैनेजर आनंद स्वरूप के परिवार को आर्थिक मदद और बेटे को नौकरी दिलाने की मांग को लेकर अलहदादपुर के लोगों ने गोरखपुर में मंगलवार सुबह चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे एसपी (सिटी) और एडीएम सिटी ने समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। दो घंटै चली जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने अपने स्तर से आर्थिक मदद करने और मांग पत्र शासन को भेजने का भरोसा देकर जाम खत्म कराया।
लूट के लिए एक दिन पहले हुई थी हत्या
गीडा के मिश्रौलिया गांव के मूल निवासी आनंद स्वरूप मिश्र (62) गोरखपुर के अलहदादपुर में मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते थे। वह महरौली के अजय सिंह के मानस पेट्रोल पंप पर मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। आनंद स्वरूप सोमवार सुबह बाइक से साथी कर्मचारी सुनील सिंह के साथ कलेक्शन के 11.22 लाख रुपये बैंक में जमा कराने जा रहे थे। सुनील बाइक चला रहा थे और आनंद रुपये से भरा बैग लेकर पीछे बैठे थे। सोमवार को वह दो दिन (शनिवार, रविवार) के पेट्रोल-डीजल की बिक्री से मिली रकम लेकर निकले थे। महावीर छपरा चौराहे से पहले एक बंद पेट्रोल पंप के सामने बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने ओवरटेक करके आनंदस्वरूप की बाइक को रोक ली।
रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गए थे बदमाश
बाइक से धक्का देकर गिराने के साथ ही बदमाशों ने आनंदस्वरूप से रुपयों से भरा बैग छीनने की कोशिश की तो वह भिड़ गए। हाथापाई के दौरान घबराए बदमाश ने फायर झोंक दिया। जिसमे एक गोली आनंद स्वरूप के सीने में और दूसरी पैर में लगी। वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद बदमाश बैग लेकर बाइक से फरार हो गए। गोली तड़तड़ाने से बाइक चला रहे सुनील बदहवास होकर वहीं बैठ गए। पुलिस आनंद स्वरूप को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले गई, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रशासन के आश्वासन पर हटाया जाम
पोस्टमार्टम के बाद परिवार के लोग शव लेकर अलहदादपुर चले गए। मंगलवार सुबह 10:30 बजे अलहदादपुर चौराहे पर शव रख जाम लगा दिया, जो 12:30 तक रहा। एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार को कृषक बीमा दुर्घटना मद से आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। अन्य मांग पत्र शासन को भेजा जाएगा।