Oxygen in Gorakhpur: गोरखपुर में उत्पादन बढ़ा फिर भी आक्सीजन सिलेंडर भरवाने को कतार
अस्पतालों के अलावा होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों के स्वजन भी आक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए गीडा में आक्सीजन फैक्ट्रियों के चक्कर काट रहे हैं। खाली सिलेंडर व डाक्टर की पर्ची के साथ आने के बाद भी आठ-आठ घंटे इंतजार करना पड़ रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी में आक्सीजन सिलेंडर को लेकर चल रही मारामारी कम नहीं हो रही है। गीडा में आक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन बढ़ाने के बाद भी लोगों की भीड़ देखी गई। आक्सीजन फैक्ट्रियों के बाहर खाली सिलेंडर के साथ लंबी कतार लगी थी और अंदर भी लोग ठसाठस भरे थे। सबसे अधिक परेशानी होम आइसोलेशन में रहने वाले पीडि़तों के स्वजन को झेलनी पड़ रही है और सिलेंडर के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि गीडा में आक्सीजन की चौथी फैक्ट्री अन्नपूर्णा गैसेज में मंगलवार से उत्पादन शुरू हो गया। इससे काफी राहत मिलेगी।
होम आइसोलेशन में रहने वाले पीडि़तों के स्वजन पहुंच रहे हैं गीडा
कोरोना महामारी से पीडि़तों की संख्या बढऩे के साथ ही आक्सीजन सिलेंडरों की मांग पिछले एक माह से काफी बढ़ गई है। अस्पतालों के अलावा होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों के स्वजन भी आक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए गीडा में आक्सीजन फैक्ट्रियों के चक्कर काट रहे हैं। आक्सीजन लेवल कम होने पर खाली सिलेंडर व डाक्टर की पर्ची के साथ आने के बाद भी आठ-आठ घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। गीडा सेक्टर 13 स्थित मोदी केमिकल्स में उत्पादन बढ़ाने के बाद भी वहां पर लोगों की काफी भीड़ रही। सेक्टर 15 स्थित आरके आक्सीजन पर बाहर के साथ ही अंदर तक लोग खाली सिलेंडर भरवाने के लिए जुटे थे।
क्या कहते हैं पीडि़त
फरेंदा से आए राज कुमार ने बताया कि पिता रामजी घर पर आइसोलेशन में है और आक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए आठ घंटे से इंतजार कर रहे है। काफी मशक्कत के बाद अंदर आने को मिला लेकिन अभी भरा नहीं सका है। पादरी बाजार से आईं निवेदिता अपनी पीड़ा बताते हुए फफक पड़ीं। कहा कि पिता देव कुमार का आक्सीजन लेवल बहुत कम है। होम आइसोलेशन में है और सुबह 11 बजे से लाइन में खड़ी हूं, तीन बजे तक फैक्ट्री के अंदर भी जाने को नहीं मिला।