लोकसभा चुनाव 2019 : ऑनलाइन होगी पुलिस की लोकेशन, मोबाइल एप से देंगे जानकारी
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के समय जवान यदि अपना स्थान छोड़कर इधर-उधर गए तो उनके अधिकारियों की इसकी खबर मिल जाएगी। जवानों के हर मूवमेंट की जानकारी अधिकारियों के पास रहेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के समय जवानों को बेहद अनुशासन में रहना होगा। यदि वह अपना स्थान छोड़कर इधर-उधर गए तो उनके अधिकारियों की इसकी खबर मिल जाएगी। चुनाव में आने वाले जवानों के हर मूवमेंट की जानकारी अधिकारियों के पास रहेगी। कहां पर किस जवान की ड्यूटी लगी है, इसकी जानकारी एक क्लिक पर मिल जाएगी। किस बटालियन को कौन से जिले में चुनाव कराने जाना है, यह भी आनलाइन होगा। वहीं फोर्स की तैनाती व ठहरने के स्थल का लोकेशन भी पता चलती रहेगी।
पुलिस मुख्यालय ने सीएपीएफ एप बनाने तैयार कराया है, चुनाव सेल इसमें फोर्स के लोकेशन को अपडेट करेगा। सीएपीएफ (सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स) एप में जिलों से चुनाव कराने के लिए आए पुलिस बल का लोकेशन दर्ज होगा। इसकी फीडिंग लोकेशन के अक्षांश व देशांतर के आधार पर होगी। इससे अधिकारी तो जवानों के लोकेशन से अपडेट रहेंगे ही, पुलिस मुख्यालय को इस एप से किसी भी मतदान स्थल का लोकेशन खोजने में परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। सिद्धार्थनगर में फोर्स को ठहराने के लिए पुलिस विभाग ने 84 स्थानों को चिन्हित किया है।
मोबाइल एप से आयोग को हर दिन जानकारी देंगे थाना प्रभारी
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद चुनाव आयोग की सख्ती दिखने लगी है। इस बार चुनाव आयोग पहल से अधिक हाइटेक नजर आ रहा है। थाना प्रभारियों को कागजों पर कार्रवाई का विवरण देने के साथ ही केंद्रीय चुनाव आयोग को मोबाइल एप के जरिए दिन भर की कार्रवाई लोड करना होगा। जिले के नोडल अधिकारी उस कार्रवाई से संतुष्ट होने के बाद उस कार्रवाई की सूचना आगे भेजने की संस्तुति करेंगे।
देवरिया में लोकसभा चुनाव की तैयारी तो ऐसे प्रशासनिक स्तर पर छह माह से चल रही है। पुलिस विभाग की तरफ से पुलिस लाइन में कार्यालय खोलने के साथ ही एक माह पहले चुनाव कार्यालय प्रभारी की तैनाती कर दी गई। अधिसूचना जारी होने के बाद चुनाव आयोग का फरमान आना शुरू हो गया है। चुनाव आयोग ने पुलिस विभाग के लिए एक एप जारी किया है। यह एप पुलिस अधिकारियों के मोबाइल में डाउनलोड करना होगा। साथ ही थाना प्रभारी चुनाव संबंधित दिन भर में की गई कार्रवाई का विवरण उसी एप पर लोड करेंगे। जिले में बने नोडल अधिकारी उस कार्रवाई को देखेंगे, अगर कार्रवाई संतोषजनक रहेगी तो उसे आइजी व अन्य अधिकारियों को भेजा जाएगा।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जाएंगे जेल
महराजगंज के जिला निर्वाचन अधिकारी, जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा कि आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करें, जिससे जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्वक निर्वाचन हो सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कैंप कार्यालय पर आदर्श अचार संहिता निगरानी कमेटी, जिला स्तर मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मानिटरिंग कम्युनिटी की बैठक की। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनैतिक दल या अभ्यर्थी किसी व्यक्ति को झंडा खड़ा करने, बैनर लगाने, सूचनाएं चिपकाने, नारे लिखने आदि के लिए मजबूर न करें, इसके लिए उस व्यक्ति की सहमति आवश्यक है, जिसके भूमि, अहाते या घर में उनके द्वारा उक्त कार्य कराया जाएगा।
सभी राजनैतिक दल व उनके अभ्यर्थी यह सुनिश्चित कर लें कि दूसरे दल के जुलूस व सभाओं में विघ्न, व्यवधान पैदा नहीं करें तथा जुलूस, सभा आदि के लिये सक्षम अधिकारी की अनुमति अवश्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि वाट्सएप, फेसबुक, ट्वीटर सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर विशेष नजर रखी जाए, अगर इसी कोई शिकायत की पुष्टि होती है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी किया गया है, इस पर फोन कर कोई भी व्यक्ति वोटर आइडी कार्ड से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल कर सकता है।