गोरखपुर : लोहिया एन्क्लेव के सैकड़ों आवंटियों को बड़ी राहत, अब बिना शर्त मिलेगा कब्जा Gorakhpur News
जीडीए की आवासीय योजना लोहिया एन्क्लेव के आवंटियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें बिना शर्त रजिस्ट्री कराने का अवसर मिलेगा और जल्द ही कब्जा भी मिल जाएगा। जीडीए बोर्ड की बैठक में एनजीटी के निर्णय के अधीन सशर्त रजिस्ट्री करने की अनुमति दी गई थी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की आवासीय योजना लोहिया एन्क्लेव के आवंटियों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें बिना शर्त रजिस्ट्री कराने का अवसर मिलेगा और जल्द ही कब्जा भी मिल जाएगा। आठ जनवरी को हुई जीडीए बोर्ड की बैठक में नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी)के निर्णय के अधीन सशर्त रजिस्ट्री करने की अनुमति दी गई थी। 12 जनवरी को एनजीटी में हुई सुनवाई के बाद आए निर्णय से स्थिति स्पष्ट हो गई है। एनजीटी ने एक्शन टेकेन रिपोर्ट को मान लिया है। रामगढ़ताल का वेटलैंड निर्धारित होने के बाद एनजीटी की ओर से कोई रोक नहीं रह गई है।
लोहिया एन्क्लेव के करीब 450 आवंटी कब्जा के लिए पिछले तीन साल से विभाग का चक्कर लगा रहे थे। एनजीटी का निर्णय आने के बाद उन्हें राहत मिली है। जीडीए ने लोहिया एन्क्लेव के आवासों के रंग-रोगन एवं अन्य कार्य कराने की तैयारी कर ली है। उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले 10 से 15 दिनों में कब्जा मिल जाएगा।
वेटलैंड का नोटिफिकेशन जारी होने से मिली राहत
एनजीटी की ओर से गठित हाई पावर कमेटी ने 2019 के अंत में रामगढ़ताल के 500 मीटर के दायरे में नए निर्माण पर रोक लगाते हुए पुराने निमार्ण को ध्वस्त करने की संस्तुति की थी। लोहिया एन्क्लेव का कुछ हिस्सा भी इसी दायरे में आ रहा था। इसी कारण जीडीए कब्जा नहीं दे पा रहा था। पर, पिछले महीने शासन ने रामगढ़ताल वेटलैंड का नोटिफिकेशन जारी कर दिया, जिसमें 28 में से 22 जगहों पर सिर्फ ताल से 50 मीटर का दायरा ही वेटलैंड घोषित किया गया है। लोहिया एन्क्लेव का कोई भी हिस्सा वेटलैंड में शामिल नहीं है।
एनजीटी में 12 जनवरी को हुई सुनवाई में प्राधिकरण जीडीए के एक्शन टेकेन रिपोर्ट पर सहमति जतायी गई है। नोटिफिकेशन जारी होने से वेटलैंड का दायरा भी निर्धारित हो चुका है। अब लोहिया एन्क्लेव के आवंटियों को कब्जा देने में कोई परेशानी नहीं होगी। - राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए।