ट्राली बैग और निजीकरण के विरोध में अनशन पर बैठे रहे लोको पायलट

ट्राली बैग निजीकरण और नई पेंशन योजना आदि के विरोध में लोको पायलटों का अनशन दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। एआइएलआरएसए के आह्वान पर पूर्वोत्तर रेलवे के लोको पायलट गोरखपुर डीजल लाबी स्थित रनिंग रूम सहित विभिन्न स्टेशनों पर भूखे रहकर अनशन पर बैठे रहे।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 03:07 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 03:07 PM (IST)
ट्राली बैग और निजीकरण के विरोध में अनशन पर बैठे रहे लोको पायलट
ट्राली बैग और निजीकरण के विरोध में अनशन पर बैठे रहे लोको पायलट। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ट्राली बैग, निजीकरण और नई पेंशन योजना आदि के विरोध में लोको पायलटों का अनशन दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (एआइएलआरएसए) के आह्वान पर पूर्वोत्तर रेलवे के लोको पायलट गोरखपुर डीजल लाबी स्थित रनिंग रूम सहित विभिन्न स्टेशनों पर भूखे रहकर अनशन पर बैठे रहे। इस दौरान उन्होंने सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

जारी रहेगा गाडियों का संचलन

एसोसिएशन के क्षेत्रीय महामंत्री विनय कुमार शर्मा ने कहा कि सत्याग्रह का मार्ग अपनाते हुए अपनी जायज मांगों को रेल प्रशासन के समक्ष रखते हुए संगठन ने समस्त लोको रनिंग कर्मियों से अपील की है कि गाडिय़ों का संचालन निर्बाध रूप से किया जाए। अंतिम दिन नौ दिसंबर को रेलवे प्रशासन, बोर्ड व मंत्रालय को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस मौके पर भरत कुमार, सत्येन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, अमित श्रीवास्तव, नितेश तिवारी, अष्टभुजा सिंह, सत्य नारायण गुप्ता, सतेंद्र कुमार और जेएन शाह आदि पदाधिकारी मौजूद थे।

प्रमुख मांगे

- नई की जगह पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।

- लोको पायलटों का लाइन बाक्स बहाल किया जाए।

- निजीकरण की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए।

- नाइट ड्यूटी अलाउंस पर लगे वेतन सीङ्क्षलग को हटाया जाए।

- माइलेज पर इनकम टैक्स की सीमा को बढ़ाया जाए।

- सहायक लोको पायलट को गार्ड की जिम्मेदारी न दी जाए।

- नौ घंटे से अधिक की ड्यूटी न ली जाए। एरियर दिया जाए।

पीआरकेएस ने की बायोमीट्रिक हाजिरी पर रोक लगाने की मांग

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) ने बुधवार को यांत्रिक कारखाने के गेट पर सभा की। इस दौरान पदाधिकारियों ने कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए रेलवे प्रशासन से कारखाने में बायोमीट्रिक हाजिरी पर रोक लगाने तथा मैनुअल सुविधा पास भी जारी कराने की मांग की। महामंत्री विनोद कुमार राय ने रेलवे प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि कोविड के नए वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। इसके बाद भी बायोमीट्रिक हाजिरी लग रही। कर्मचारी ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) पर आनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे। फिर भी मैनुअल सुविधा पास जारी नहीं हो रहे। महीनों से कर्मचारियों की पदस्थापना और एरियर भुगतान लंबित है। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। सभा को आरपी भट्ट, दीपक चौधरी, कुलदीप मणि, ईश्वर चंद्र विद्यासागर और एके ङ्क्षसह आदि पदाधिकारियों ने संबोधित किया।

chat bot
आपका साथी