झमाझम बारिश में ठहर गई जिदगी.

दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से कहीं घरों में तो सभी नाले नालियां उफना गए हैं। फसल का भी काफी नुकसान हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 06:19 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:10 AM (IST)
झमाझम बारिश में ठहर गई जिदगी.
झमाझम बारिश में ठहर गई जिदगी.

जागरण संवाददाता, बस्ती : बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गली-मोहल्ला, तालाब-पोखरा, खेत-खलिहान हर जगह पानी ही पानी। 24 घंटे की बारिश में ही जिदगी तबाह हो गई। तरबतर धरती से कई जगहों पर पुराने पेड़ गिरकर धराशायी हो गए तो कहीं बिजली के पोल गिर गए। हाल ही में कराए गए कार्य भी पानी की भेंट चढ़ गए। शहरी क्षेत्र में जलभराव का संकट गहरा गया है। आधा कालोनियों और मोहल्लों के घरों में पानी घुसने की नौबत आ गई है।

मंगलवार को बारिश ने दस्तक दी। बुधवार से आसमान से पानी बरसने का सिलसिला गुरुवार को भी थमा नहीं। रात-दिन बारिश से लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हो गए हैं। गुरुवार को सड़क और बाजार सूने रहे। घरों में ही लोगों ने समय बिताया। नाले-नालियां भी उफना गईं। चहुंओर जलभराव का द़ृश्य नजर आया। जर्जर-पुराने मकानों के गिरने का भी खतरा है।

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इन मोहल्लों में भर गया पानी शहर के आवास विकास कालोनी, बैरिहवा, पिकौरा दत्तूराय, मुरलीजोत, गांवगोड़िया, बभनगांवा, पिकौरा बख्श, सिविल लाइन, पुराना डाकखाना, रौतापार धर्मशाला, तुर्कहिया, बेलवाडाड़ी, चिकवा टोला आदि मोहल्लों में घुटने भर पानी हैं। सड़क और नाली सब पानी में गुम हो गए हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दो दिन की बारिश ने जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। नागरिक जलभराव की दुश्वारियों से आजिज नजर आए। शहर के प्रमुख नाले ओवरफ्लो शहर के अधिकांश प्रमुख नाले बारिश के चलते ओवरफ्लो हो गए हैं,जिससे मोहल्लों के अलावा प्रमुख सड़कों पर भी पानी लग गया है। मालवीय मार्ग पर बादशाह टाकीज के सामने नाले का पानी सड़क पर भर गया है। कटरा-मूड़घाट मार्ग पर भी जलभराव की समस्या लाइलाज बन गई। बस्ती-मुंडेरवा मार्ग पर मनहनडीह गांव के पास सड़क तालाब की शक्ल में दिखाई देने लगा। कोतवाली से कांशीराम आवास मार्ग भी पानी में डूब गया है।

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यहां उखड़ गई नई सड़क

मालवीय मार्ग से मंगला कालोनी को जोड़ने वाली सड़क का कुछ हिस्सा नाले में बह गया। अभी सप्ताह भर पहले पालिका ने यहां इंटरलॉकिग सड़क का निर्माण कराया था। कई जगहों पर नई सड़क की चहारदीवारी और ईंट उखड़कर नाले में बह गई।

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इन दफ्तरों में भी लगा पानी

कोतवाली, जिला उद्योग केंद्र का परिसर और कार्यालय पानी से लबालब भर गया है। जीआइसी परिसर, संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, राजकीय पशु अस्पताल परिसर में भी जलभराव है। जिला महिला अस्पताल परिसर में जलभराव होने से मरीज और तीमारदारों की मुसीबत बढ़ गई है। सीएमएस डा.सुषमा सिन्हा ने समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है। नगरपालिका और जिला पंचायत कार्यालय भी बारिश में जलमग्न हो गए।

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बारिश से यहां गिरे पेड़

जिला अस्पताल चौराहे पर पुराना पेड़ गिरकर धराशायी हो गया। जिससे काफी देर तक आवागमन बाधित रहा। जयशक्ति आश्रम में एक पुराना पेड़ बारिश की वजह से गिर गया।

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