करंट से चार लोगों की मौत के लिए विधायक ने अधिकारियों को जिम्‍मेदार ठहराया, विधान सभा में उठाया मामला Gorakhpur News

करंट लगने से चार लोगों की मौत का मामला गोरखपुर के विधायक डाक्‍टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने विधानसभा में उठाया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 19 Dec 2019 02:34 PM (IST) Updated:Thu, 19 Dec 2019 02:34 PM (IST)
करंट से चार लोगों की मौत के लिए विधायक ने अधिकारियों को जिम्‍मेदार ठहराया, विधान सभा में उठाया मामला Gorakhpur News
करंट से चार लोगों की मौत के लिए विधायक ने अधिकारियों को जिम्‍मेदार ठहराया, विधान सभा में उठाया मामला Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। हाईटेंशन वायर के तारों से करंट लगने से गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र में चार नागरिकों की मौत का विषय नगर विधायक डाक्‍टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने विधानसभा में नियम -51 के तहत उठाते हुए, बिजली विभाग को इन मौतों के लिये जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने, मृतक परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने तथा सिंघडिंया के मृतक की पत्नी को बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्ति देने की मांग की।

विधान सभा अध्‍यक्ष ने उर्जा मंत्री को कार्रवाई करने का दिया निर्देश

विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने नगर विधायक के विषय को स्वीकृति देते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को जाचोंपरांत कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है। मालूम हो कि नगर विधायक ने घटना के दूसरे दिन ही घटनास्थल से ही प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से परिवार तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने ही बात की थी और ऊर्जा मंत्री ने दूसरे दिन ही विद्युत सुरक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक को जांच के लिए तुरंत गोरखपुर भेजा था।

अधिकारियों पर दर्ज हो एफआइआर

नगर विधायक ने विधानसभा में कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी पूरी संवेदनहीनता के साथ मामले को दबाने में लगे हुए हैं और उनके दबाव में कैंट पुलिस ने मृतक परिवार की ओर से दी गई एफआइआर भी दर्ज नहीँ की। उन्होंने कहा कि इन मौतों के लिये बिजली विभाग सीधे तौर परजिम्मेदार हैं।  जिस मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता तथा अवर अभियंता के हस्ताक्षर से पहले से बने मकानों से सटाकर हाईटेंशन वायर दौडाये गये वे इन मौतों के लिये पूरी तरह जिम्मेदार हैं। इन लोगों के विरूद्ध हर स्तर से कार्यवाही होनी चाहिए और मृतक परिवार को कम से कम 25 लाख रुपये का मुआवजा देने के अतिरिक्त उनकी पत्नी को बेसिक शिक्षा विभाग में मृतक आश्रित की नियुक्ति देनी चाहिए। उन्‍होंने ऐसी सभी कालोनियों से जहां मकान बनने के बाद मकानों से सटाकर हाईटेंशन तथा 33 केवी के तार ले जाए गये हैं निगम को उनके खर्चे पर हटवाने के लिए निर्देशित करना चाहिए।

हजारों नागरिकों का जीवन खतरे में

नगर विधायक ने कहा कि वे गोरखपुर नगर विधानसभा में पचासों हजार नागरिकों के जीवन को प्रत्यक्ष खतरे में डालने वाले, उनके मकानों के ऊपर से गुजरने वाले हाईटेंशन तथा 33 केवी के तारों को हटाने तथा सैकड़ों मोहल्लों में बांस-बल्ली पर खतरनाक ढ़ंग से लटके तारों को पत्थर खंभों पर डालने तथा जर्जर विद्युत पोलों को मजबूत पोलों से बदलने की मांग कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि वह ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से भी उनके निवास पर मुलाकात कर चुके हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। क्या गोरखपुर किसी बहुत बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है ? विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को सभी बिंदुओं की जांच कराकर नगर विधायक को लिखित जबाब देने के लिए निर्देशित किया है।

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