गोरखपुर में अत्याधुनिक टाउनशिप का रास्ता साफ, जल्द तैयार होगा ले-आउट Gorakhpur News
जीडीए ने खोराबार में 170 एकड़ में अत्याधुनिक टाउनशिप बनाने की कार्ययोजना बनायी है। यहां जमीन की अधिग्रहण काफी पहले किया जा चुका हे लेकिन टाउनशिप लांच करने में देरी हुई। कई बार यहां टाउनशिप की योजना बनी थी लेकिन उसे कतिपय कारणों से ठंडे बस्ते में डालना पड़ा।
गोरखपुर, जेएनएन। खोराबार में जीडीए की प्रस्तावित अत्याधुनिक टाउनशिप के लिए जल्द ही ले आउट तैयार हो सकेगा। इस योजना केा बेहतर बनाने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने प्रतिष्ठित कंसलटेंसी फर्मों से आवेदन आमंत्रित किया था। इसके लिए तकनीकी बोली खोली जा चुकी है और इसमें छह फर्मों के प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है। मूल्यांकन का काम जारी है, जल्द ही वित्तीय बोली भी खोल दी जाएगी। उसके बाद तकनीकी एवं वित्तीय आधार पर जिसका प्रस्ताव सबसे बेहतर होगा, उस फर्म को टाउनशिप के लिए कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
170 एकड़ में अत्याधुनिक टाउनशिप बनेगी
जीडीए ने खोराबार में 170 एकड़ में अत्याधुनिक टाउनशिप बनाने की कार्ययोजना बनायी है। यहां जमीन की अधिग्रहण काफी पहले किया जा चुका हे लेकिन टाउनशिप लांच करने में देरी हुई। कई बार यहां टाउनशिप की योजना बनी थी लेकिन उसे कतिपय कारणों से ठंडे बस्ते में डालना पड़ा। पिछले साल एक बार फिर कार्ययोजना तैयार की गई। उसके आधार पर लेआउट भी तैयार कर लिया गया था लेकिन तेजी से बदलते स्वरूप को देखते हुए प्राधिकरण ने भविष्य के 25-30 सालों के लिए भी उपयोगी टाउनशिप बसाने की योजना बनायी। इसके लिए प्रोफेशनल कंसलटेंसी फर्मों को हायर करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) निकाला गया। एक महीनों में आए प्रस्तावों की तकनीकी बोली 12 जनवरी को खोली गई और अब उसके मूल्यांकन का कार्य जारी है। तकनीकी बोली में उपयुक्त मिलने वाली फर्मों की वित्तीय बोली को भी खोला जाएगा। रुचि दिखाने वाली फर्मों में कुछ मल्टीनेशनल स्तर की भी हैं।
लंबे समय बाद मिलेगा भूखंड, मेडिसिटी भी होगी
इस टाउनशिप में जीडीए लंबे समय बाद भूखंड देने जा रहा है। पिछली कुछ योजनाएं मल्टी स्टोरी भवनों की थीं। चिकित्सा सुविधा के लिए यहां मेडिसकटीबनाने का भी प्रस्ताव है। साथ ही स्कूल एवं वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए भी स्थान होगा।
खोराबार टाउनशिप के लिए तकनीकी बोली खोली जा चुकी है। छह फर्मों ने रुचि दिखायी है। जल्द ही वित्तीय बोली भी खोली जाएगी। उसके बाद सबसे उपयुक्त फर्म को कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। - पीपी सिंह, मुख्य अभियंता जीडीए।