बस्ती में स्वच्छ भारत मिशन की राह में मुश्किल खड़ा कर रहा भूमि विवाद
बस्ती के 30 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय तो 20 में पंचायत भवन का निर्माण अधर में है। कहीं जमीन ही उपलब्ध नहीं है तो कहीं जमीन को लेकर विवाद है। आठ ग्राम पंचायतों निर्माण अब तक नहीं शुरू हो सका
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण शासन की उच्च प्राथमिकता में शामिल है। इसके बावजूद बस्ती जिले की 30 ग्राम पंचायतों में इनका निर्माण नहीं हो पा रहा है। कई जगहों पर इसकी वजह भूमि विवाद है तो कुछ गांवों में निर्माण के लिए भूमि न उपलब्ध हो पाने की वहज से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण नहीं हो पा रहा है। अधिकारी इस समस्या से पार पाने के लिए मातहतों को लगातार निर्देश दे रहे हैं, लेकिन निर्माण के लिए चयनित भूमि के विवादित होने की वजह से फिलहाल इस समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है। बस्ती जिले के बहादुरपुर विकास खंड में कूढा पट्टी दरियांव, बनकटी के बरहुआं, डेल्हापार, सदर विकास खंड के चंदोखा आदि ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने चिन्हित जमीन पर निर्माण कार्य रोक दिया है। सदर के बानगढ में लेखपाल द्वारा चिन्हित जमीन ग्राम पंचायत के बाहर होने, नरौली में जमीन पर ग्रामीणों का कब्जा होने, गरवाह में चिन्हित भूमि पर विवाद होने के कारण निर्माण नहीं शुरू हो सका। ऐसी ही तस्वीर शेष ग्राम पंचायतों की है।
पंचयतों भवनों के निर्माण में भी आ रही मुश्किल
हर गांव में पंचायत भवनों का निर्माण भी शासन की प्राथमिकता में शामिल है। लेकिन भूमि संबंधी विवादों और निर्माण के लिए भूमि न उपलब्ध होने की वजह बस्ती जिले में पंचायत भवनों के निर्माण में भी दिक्कत पेश आ रही है। जनपद में 20 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां पंचायत भवन बनने हैं, लेकिन भूमि संबंधी विवाद या भूमि उपलब्ध ही न होने की वजह से इनका निर्माण नहीं हो पा रहा है। इनमें कुदरहा के उमरिया, साऊंघाट बे बड़ेरिया खुर्द में जमीन ही उपलब्ध नहीं है तो बहादुरपुर के अठदमा, हर्रैया के खम्हरिया गंगाराम, पडऱी मिर, कोहल तिवारी आदि गांव में भूमि को लेकर विवाद है। वहीं सदर के भूअर निरंजनपुर में चिन्हित भूमि पर मकान बना है। विकल्प के रूप में दूसरी जमीन गांव के काफी दूर है। वहीं सदर के बंधुआ ग्राम पंचायत में जमीन को लेकर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है।
इन गांवों में बन गए हैं सामुदायिक शौचालय और पंचायत भवन
बस्ती में 1185 ग्राम पंचायतों में बीते वित्तिय वर्ष में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन सिर्फ 1155 में ही निर्माण कराया जा सका। इसी तरह 758 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन के निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 738 ग्राम पंचायतों में ही निर्माण का लक्ष्य हासिल किया जा सका। निर्माण के लिए चयनित भूमि के विवादित होने या भूमि न उपलब्ध होने की वजह से 30 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय और 20 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का निर्माण नहीं कराया जा सका है।