सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के लिए याद किए जाएंगे गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन

Gorakhpur DM K Vijayendra Pandian गोरखपुर के डीएम के विजयेंद्र पाण्डियन सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के लिए याद किए जाएंगे। हाल ही में उनका यहां से स्थानांतरण हुआ है। के विजयेंद्र पाण्डियन के स्थानांतरण के बाद विजय किरण आनंद को गोरखपुर का डीएम बनाया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:51 PM (IST)
सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के लिए याद किए जाएंगे गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन
गोरखपुर के डीएम के विजयेंद्र पाण्डियन। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur DM K Vijayendra Pandianकरीब तीन साल चार महीने का लंबा कार्यकाल पूरा करने वाले के. विजयेंद्र पाण्डियन गोरखपुर में सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के लिए जाने जाएंगे। लंबे समय से कब्जे में रहे करोड़ों रुपए की नजूल की भूमि को खोजकर उसे कब्जे से मुक्त कराया गया। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी भी हुईं। कोरोना काल में उनकी सक्रियता भी काफी चर्चा में रही।

मार्च 2018 में गोरखपुर के जिलाधिकारी के रूप में गोरखपुर आए के विजयेंद्र पांडियन

जिलाधिकारी के विजयेंद्र पाण्डियन मार्च 2018 में गोरखपुर के जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। मुख्यमंत्री के गृह जिले में काम करते हुए पाण्डियन ने नजूल की भूमि को कब्जा मुक्त कराने पर ध्यान दिया। न्यायालयों में पैरवी तेज कर भूखंडों के वाद निपटाए गए। आयुष विवि एवं सैनिक स्कूल सहित कई सरकारी योजनाओं के लिए उन्होंने जमीन उपलब्ध कराई। उनके कार्यकाल के कई योजनाएं धरातल पर आईं।

कोरोना काल में दूसरे राज्यों गोरखपुर के लिए आक्सीजन का रास्ता प्रशस्त किया

कोरोना के दोनों लहरों, खासकर दूसरी लहर में आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर उनके प्रबंधन को सराहा गया। दूसरे राज्यों से भी बात कर उन्होंने गोरखपुर के लिए आक्सीजन का रास्ता प्रशस्त किया। पाण्डियन के कार्यकाल में माफिया की संपत्ति भी कुर्क की गई। गैंगेस्टर की कार्रवाई भी बड़े पैमाने पर हुई।

कुंभ 2019 को सफल बनाने के लिए जाने जाते हैं नवागत डीएम

नवनियुक्त जिलाधिकारी विजय किरण आनंद अपनी रचनात्मक कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। 2009 बैच के आईएएस अधिकारी विजय ने मेलाधिकारी के रूप में कुंभ 2019 को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान निभाया। उसके बाद महानिदेशक बेसिक शिक्षा के रूप में उन्होंने बेसिक शिक्षा में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। शिक्षकों की उपस्थिति एवं अन्य सेवाओं के लिए प्रेरणा एप लांच करने का श्रेय उन्हें जाता है। शिक्षकों के भारी विरोध के बावजूद इस व्यवस्था को लागू किया गया।  बेसिक शिक्षा में कई महत्वपूर्ण सुधारों के श्रेय भी उन्हें जाता है।

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