पीएम के लिए सज रहा कुशीनगर, अंतिम दौर में तैयारियां

कुशीनगर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर विधिवत तैयारियां चल रही हैं मंच की सजावट के लिए दिल्ली से मंगाए जा रहे कमल गेंदा व गुलाब के फूल श्रीलंका व भारतीय बौद्ध भिक्षुओं को प्रधानमंत्री देंगे चीवर दान इसको लेकर बौद्ध भिक्षुओं में भी खासा उत्साह है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:11 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:11 PM (IST)
पीएम के लिए सज रहा कुशीनगर, अंतिम दौर में तैयारियां
पीएम के लिए सज रहा कुशीनगर, अंतिम दौर में तैयारियां

कुशीनगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 अक्टूबर को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर कुशीनगर आने का कार्यक्रम है। वह यहां मंदिर का दर्शन करने के बाद श्रीलंका व भारतीय बौद्ध भिक्षुओं को चीवर दान देंगे और उन्हें संबोधित भी करेंगे। इसके लिए मंदिर परिसर में जर्मन हैंगर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है।

परिसर में दिल्ली की एक संस्था द्वारा लगभग 40 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाले पांच जर्मन हैंगर लगाए जा रहे हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित हैंगर में लगभग 30 हजार कुर्सियां लगाई जाएगी। मंच इंटरप्रिटेशन सेंटर के प्रवेश द्वार के निकट उत्तर दिशा का रुख करके बनाया जा रहा है। यहीं से पीएम बौद्ध भिक्षुओं को संबोधित करेंगे और उसके बाद तीन दिवसीय बौद्ध सम्मेलन व अन्य कार्यक्रम शुरू होंगे। दिल्ली से मंगाए जा रहे कमल, गेंदा, गुलाब के फूलों से मंच सजाया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर लगभग 250 लोग दिन-रात कार्य कर रहे हैं। मंगलवार तक कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी।

जांची सुरक्षा व्यवस्था

सोमवार को एसपीजी की टीम ने बुद्ध मंदिर परिसर का सुरक्षा की ²ष्टि से निरीक्षण किया। टीम में जर्मन हैंगर लगाने वाले जिम्मेदार लोगों को आवश्यक सुझाव भी दिए। परिसर के रास्तों, मंदिर में जाने वाले रैंप आदि का निरीक्षण किया। मंच व मंच तक आने-जाने वाले रास्ते भी देखा।

स्मारकों का हो रहा अनुरक्षण

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सारनाथ मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद अविनाश मोहंती के निर्देशन में स्मारकों की साफ-सफाई व रंगाई-पुताई, रैंप निर्माण आदि का कार्य चल रहा है। पीएम मंदिर तक जाने के लिए रैंप या सीढ़ी दोनों का प्रयोग कर सकते हैं।

तलाशे गए जीव-जंतु

वन विभाग की टीम ने उप प्रभागीय वन अधिकारी घनश्याम शुक्ल के नेतृत्व में पूरे बुद्ध मंदिर परिसर में मधुमक्खी व अन्य वन्य जीवों की तलाश की। क्षेत्रीय वन अधिकारी अखिलेश दूबे ने बताया कि सुरक्षा की ²ष्टि से यह अभियान चलाया गया।

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