निजी अस्तपतालों में मोबाइल वैन भेजकर कराई जाएगी कोविड जांच

कोराना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर जिले में सतर्कता बरती जा रही है। शासन से कोविड जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश मिला है। विभाग ने निर्णय लिया है कि सरकारी व गैर सरकारी विभागों के अलावा निजी अस्पतालों में भी मोबाइल वैन भेजकर कोरोना की जांच कराई जाएगी।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 12:01 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 12:01 PM (IST)
निजी अस्तपतालों में मोबाइल वैन भेजकर कराई जाएगी कोविड जांच
निजी अस्तपतालों में मोबाइल वैन भेजकर कराई जाएगी कोविड जांच। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोराना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर जिले में सतर्कता बरती जा रही है। शासन से कोविड जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश मिला है। इसी क्रम में विभाग ने निर्णय लिया है कि अब सरकारी व गैर सरकारी विभागों के अलावा निजी अस्पतालों में भी मोबाइल वैन भेजकर कोरोना संक्रमण की जांच कराई जाएगी। ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके।

बीमार लोगों में संक्रमण की सर्वाधिक आशंका

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि सर्वाधिक संक्रमण की आशंका बीमार लोगों में होती है। ऐसे में अस्पतालों में वैन भेजकर मरीजों की जांच कराई जाएगी। यदि वे पाजिटिव मिलते हैं तो कोविड अस्पताल भेजकर उनका इलाज कराया जाएगा। कोरोना की रोकथाम के लिए आम जन को भी पूरा सहयोग करना चाहिए। जब वैन पहुंचे तो स्वेच्छा से लोगों को जांच करानी चाहिए। हम सभी मिलकर कोरोना से लड़ेंगे तो ही जीत पाएंगे।

घबराएं नहीं, बरतें सतर्कता

सीएमओ ने कहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्कता जरूर बरतें। मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करें। भीड़ में जाने से बचें। अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें। सभी के प्रयास से इस महामारी से निजात पाई जा सकती है।

तैयार हैं अस्पताल

कोविड के लिए मेडिकल कालेज, टीबी अस्पताल, होम्योपैथिक कालेज बड़हलगंज सहित 50-50 बेड के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को तैयार किया गया है। हालांकि अभी कहीं भी सामान्य ओपीडी बंद नहीं है। मरीज देखे जा रहे हैं। जरूरत पड़ी तो कोविड के लिए इन अस्पतालों का उपयोग किया जाएगा। इन अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं, इसलिए आक्सीजन की कमी नहीं होगी।

टीकाकरण पर जोर

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि जांच के अलावा विभाग कोविड टीकाकरण पर भी जोर दे रहा है। अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने की कोशिश की जा रही है। बूथों की संख्या बढ़ाकर तीन सौ कर दी गई है।

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