जानिए क्‍यों साढ़े चार घंटे तक धरना देते रहे मनरेगा कर्मी

संतकबीर नगर में संविदा पर काम करने वाले अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) लेखा सहायक कंप्यूटर आपरेटर तकनीकी सहायक ग्राम रोजगार सेवकों ने सरकारी कार्य का बहिष्कार किया। विकास भवन के मुख्य द्वार के पास प्रदर्शन करने के बाद धरना दिया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 10:40 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 10:40 AM (IST)
जानिए क्‍यों साढ़े चार घंटे तक धरना देते रहे मनरेगा कर्मी
विकास भवन के मुख्यगेट पर प्रदर्शन करते मनरेगा कर्मी । जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश मनरेगा कार्मिक महासंघ के आह्वान पर संतकबीर नगर जिले में संविदा पर काम करने वाले अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ), लेखा सहायक, कंप्यूटर आपरेटर, तकनीकी सहायक, ग्राम रोजगार सेवकों ने सरकारी कार्य का बहिष्कार किया। विकास भवन के मुख्य द्वार के पास प्रदर्शन करने के बाद सुबह दस बजे से दिन के ढाई बजे तक धरना दिया। सेवा संबंधित समस्याओं के निस्तारण न किए जाने पर नाराजगी जताई। धरनारत कर्मचारी बीच-बीच में नारेबाजी करते रहे। मुख्यमंत्री को संबोधित मांगों का ज्ञापन डीसी मनरेगा राकेश कुमार को सौंपा।

15 साल से लंबित हैं मनरेगा कर्मियों की समस्‍याएं

महासंघ के जिला संयोजक प्रदीप कुमार पांडेय ने कहा कि मनरेगा कर्मियों की समस्याएं 15 साल से लंबित हैं। जनप्रतिनिधियों से अनुरोध करने और शासन तक समस्या उठाने के बाद भी यह स्थिति है। ईपीएफ का वर्ष 2014 से नियोक्ता आदेश देकर सेवा प्रदाता के प्रशासनिक मद से सेवा शुल्क का भुगतान किया जाना है, यह अभी लंबित है। मानव संसाधन नीति का निर्धारण न करने, पूर्व कार्यरत प्राइवेट कंप्यूटर आपरेटर सहित अन्य कर्मियों का अब तक समायोजन न होने, मानदेय वृद्धि न किया जाना कर्मियों के हित के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। मनरेगा कर्मियों के परिवार के सदस्यों को लाभ न दिए जाने सहित अन्य समस्याओं को लेकर धरना करने के लिए विवश होना पड़ा।

लंबित समस्‍याओं के निस्‍तारण की मांग

जिला सह संयोजक योगेंद्र पांडेय ने संविदा मनरेगा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि करने, जेम पोर्टल से नियुक्ति पर रोक लगाने, मानव संसाधन नीति लागू करने, महिला मेट की नियुक्ति को निरस्त करने सहित अन्य लंबित समस्याओं का निस्तारण करने की मांग की।

धरने में ये लोग रहे मौजूद

धरना देने वालों में सुषमा देवी, रंजिता गोस्वामी, उर्मिला, मंजू, विजय प्रताप, छोटेलाल, दिनेश मिश्र, वीरेंद्र यादव, अनिल मौर्य, सुनील राय, राकेश चौधरी, सत्येंद्र मिश्र, ऋषिकेश विश्वकर्मा, अनुज सिंह, महेंद्र राय, दुर्गेश उपाध्याय आदि संविदा मनरेगा कर्मी शामिल रहे।

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