दरवाजे को खटखटाया, फाटक खुलते ही पूर्व फौजी पर चला दी गोली, जानें-क्या था असली वजह Gorakhpur News
ओम प्रकाश आया और घर का दरवाजा नाक किया। पूर्व फौजी के दरवाजा खोलते ही उसने उन पर गोली चलानी शुरू कर दी। चार राउंड उसने गोली चलाई थी।
गोरखपुर, जेएनएन। बड़हलगंज इलाके के सीधेगौर गांव में रविवार की रात आठ बजे पूर्व फौजी गौरीशंकर तिवारी की घर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनके बेटे मनोज तिवारी ने गांव के ही ओम प्रकाश तिवारी पर हत्या करने का आरोप लगाया है। हमलावर और उसके परिवार के लोग घर से फरार है। आरोपितों के तीन करीबियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार करीब दो माह पहले पूर्व फौजी ने ज्ञानचंद तिवारी से 45 डिसमिल जमीन बैनामा कराया था। दो लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। पूर्व फौजी के पुत्र मनोज तिवारी ने बताया कि उनके पिता ने तय सौदे के मुताबिक ज्ञानचंद तिवारी को दो लाख रुपये दे भी दिए थे। आरोप है कि खेत बैनामा होने के बाद से ही ज्ञानचंद तिवारी का पुत्र ओम प्रकाश और रुपये की मांग कर रहा था। आरोप है कि 15 दिन पहले उसने पूर्व फौजी के पुत्र को फोन कर और रुपये न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी।
अस्पताल पहुंचते ही पूर्व फौजी मौत
रविवार की रात आठ बजे पूर्व फौजी घर में थे। इसी बीच ओम प्रकाश आया और घर का दरवाजा नाक किया। पूर्व फौजी के दरवाजा खोलते ही उसने उन पर गोली चलानी शुरू कर दी। चार राउंड उसने गोली चलाई थी। दो गोली सीने और एक गोली जांघ में लगने की वजह से वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। परिजन जब तक कुछ समझ पाते तब तक हमलावर फरार हो गया। पूर्व फौजी को आनन-फानन बड़हलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पांच घंटा पहले ही दिल्ली से घर आया था बेटा
पूर्व फौजी के इकलौते पुत्र मनोज तिवारी दिल्ली में रहकर नौकरी करते हैं। खेत बैनामा कराने के बाद बिक्रेता के बेटे ओम प्रकाश के विवाद करने की जानकारी होने के बाद से ही वह काफी परेशान थे। इसी बीच 15 दिन पहले ओम प्रकाश ने उन्हें फोन कर जान से मारने की धमकी भी दी थी। समस्या का समाधान करने के लिए रविवार को वह दिल्ली से गांव आए थे। तीन बजे के आसपास घर पहुंचे थे। रात में आठ बजे के आसपास उनके पिता की हत्या कर दी गई।