मन में यह ठान लें कि कोरोना को हराना है तो जीत जाएंगे जंग

आक्सीजन के लिए प्रतिदिन 389 सिलेंडर की डिमांड भेजी जा रही है। मांग के अनुसार आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि प्रशासन नियमित अंतराल पर वाहन को भेजकर संतकबीरनगर गोरखपुर व टांडा से सिलेंडर मंगा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था में सीएचसी-पीएचसी और महिला अस्पताल के भी आक्सीजन सिलेंडर कैली में मंगवा लिए गए हैं। बैकअप में 240 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 06:15 AM (IST)
मन में यह ठान लें कि कोरोना को हराना है तो जीत जाएंगे जंग
मन में यह ठान लें कि कोरोना को हराना है तो जीत जाएंगे जंग

बस्ती : मन में यह ठान लें कि कोरोना को हराना है तो जंग जीत जाएंगे। हौंसला न तोड़ें, धैर्य व उत्साह बनाएं रखे। सकारात्मक सोच ही इस महामारी से बाहर निकाल सकती है। ऐसे में संक्रमित हो भी जाएं तो विचलित न हों। चिकित्सकों के परामर्श को अपनाएं। शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए निरंतर विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ लेते रहें, इससे संक्रमण से लड़ने में सहायक होगा।

कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक है, लेकिन इससे निपटने को जागरूकता व बचाव जरूरी है। दिनचर्या में सुधार लाएं। कोरोना संक्रमितों की संख्या जिले में वैसे तो कम हो रही है, रिकवरी दर बढ़ी है, फिर भी सर्तकता व बचाव जरूरी है, ताकि जिले से कोरोना को जल्द भगाया जा सके। कोरोना से यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो भी जाए तो उसे घबराना नहीं चाहिए। बेहतर देखभाल व उपचार की बदौलत कोरोना को हरा सकते हैं। कोविड प्रोटोकाल का ठीक से पालन करें। प्रतिदिन योगा करें। विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे लोग भी तनिक भी परेशान न हो। भोजन में पौष्टिक आहार वाले खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करें। इससे संक्रमण का खतरा कम रहता है। नियमित हाथ धुलते रहें। मास्क लगाने की आदत डालें। जो लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिए और दूसरे के लिए खुद मास्क लगाएं। कोई वस्तु छूने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर करें। साबुन से भी हाथ धुलते रहे। कोर्माबिड वाले जैसे ब्लड प्रेशर, सुगर, आदि मरीजों को इस महामारी में अधिक सावधानी बरतें। चिकित्सकों का कहना है कि यदि किन्हीं कारणों से कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो भी जाता है तो सात से आठ दिन में स्वस्थ होकर घर लौट जा रहे हैं। जरूरी नहीं कि वह अस्पताल में जाकर तत्काल भर्ती हो जाए। चिकित्सक से सलाह जरूर लें। चिकित्सकों के अनुसार घर पर ही रहकर कोरोना को हराया जा सकता है। अफवाहों से बचने की जरूरत है। सावधानी व बचाव से कोरोना को हराएं

जिला अस्पताल के एमडी डा. विवेक गौरव सचान ने बताया कि कोरोना महामारी से निजात पाने को बचाव और सावधानी जरूरी है। इसी के बदौलत कोरोना को हराया जा सकता है। स्वास्थ्य के प्रति खुद सचेत हो। घर में रहें, सुरक्षित रहें। कोविड वैक्सीन लगवाएं। गले में खरास हो तो दिन में गलाला सेंधा नमक अथवा हल्दी के साथ करें। भाप भी लेते रहे। स्वास्थ्य खराब होने पर यदि खांसी, बुखार व जुकाम जैसे लक्षण दिख रहे हो तो तत्काल कोविड की जांच कराएं। इससे घबराए नहीं। अपने से होम आइसोलेशन की सुविधा न लें। पाजिटिव आएं भी तो चिकित्सक से संपर्क करके दवा का सेवन करें। घबराएं नहीं, स्वस्थ हो जाएंगे। लक्षण वाले लोग पहले परिवार को, फिर अन्य मिलने-जुलने वाले को संक्रमित कर सकते हैं, ऐसे में समस्या हो तत्काल लोगों से दूरी बना लें। नियमित साबुन से हाथ धुलते रहें। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। मास्क जरूर लगाते रहें। जरूरी कार्य न हो तो बाहर कतई न निकलें। योगा को नियमित दिनचर्या में शामिल करें। नीबू, संतरा, आंवला का अधिक सेवन अधिक करें। हरी सब्जी का प्रयोग करें। इम्युनिटी पावर मजबूत करें, ताकि संक्रमण से लड़ा जा सके। संकट में हैं तो इन नंबरों पर मांगें मदद

कोरोना महामारी के दौरान यदि कोई व्यक्ति संकट में हैं तो इमरजेंसी नंबरों पर मदद जरूर मांगे। विकास भवन स्थित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर 24 घंटे सक्रिय है। सेंटर के इस नंबर पर 05542245672 संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा सीएमओ आफिस में कंट्रोल रूम सक्रिय है। 05542-287774 पर फोन करके कोरोना से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। कोई संकट में हो तो सहयोग मांग सकते हैं। शहर और गांव में जरूरी स्थलों पर सैनिटाइजेशन के लिए भी इन नंबरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहर में नगर पालिका तो गांव में पंचायतीराज विभाग सैनिटाइजेशन कराएगा। इसके अलावा डायल-112, एंबुलेंस के लिए 102, 108 पर तथा सीएमओ से संपर्क एवं शिकायत के लिए 8005192643 पर काल कर सकते हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस से भी 8005192739, मेडिकल कालेज में एल-टू हास्पिटल प्रभारी से 9415038392 पर व जिलाधिकारी से 9454417528 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा कोरोना संकट काल में इन नंबरों पर 05542245672, 05542245699, 7398372931, 7392828423, 7522065967, 8604579857 पर संपर्क कर सकते हैं। घर पर करें उज्जायी प्राणायाम फेफड़े होंगे स्वस्थ

पतंजलि योग समिति, बस्ती वरिष्ठ योग शिक्षक राम सुमिरन ने कहा कि आक्सीजन लेवल कम हो रहा है तो घर पर ही उज्जायी प्राणायाम करें, इससे फेफड़े को स्वस्थ कर सकते हैं। सांस की समस्या भी दूर होगी। बताया कि आज व्यक्ति के पास आध्यात्मिक ऊर्जा की कमी हो गई है इसलिए वह छोटे छोटे समस्याओं और बीमारियों से इतना अधीर हो जाता है जिससे उसका आत्मबल कमजोर पड़ता जा रहा है। आत्मबल कमजोर होने से शरीर के पंचकोष व पंचप्राण कमजोर पड़ने लगता है जिसके कारण उसकी जीवनी शक्ति कमजोर हो रही है। प्रसन्नता के स्थान पर दुखी रहकर रोगों को निमंत्रण देता रहता है। बताया कि 2009 में योग गुरू स्वामी रामदेव के सानिध्य में जाकर योग सीखा और तब से योग को जीवन का मूल उद्देश्य मानकर अबतक लोगों को योग की शिक्षा दे रहे हैं। उज्जायी प्राणायाम मन की शांति और शरीर में गर्माहट बनाए रखने में मदद करता है। जब भी आप उज्जायी प्राणायाम करते हैं तो उस समय आप अपने फेफड़ों में मौजूद श्वास को महसूस करते हैं। इसको करने के लिए सबसे पहले एक स्थान पर सुखासन की मुद्रा में बैठ सकते हैं। इसके बाद गले को पतला करके घर्षण करते हुए मुंह से सांस लें और यथासम्भव रोकें और फिर दाहिने नासिका को बंद करके बायीं नासिका से सांसों को छोड़ें। जो भी हवा आपके मुंह से होते हुए आपके फेफड़ों में जा रही है उसे महसूस करने की कोशिश करें। इसके बाद जैसे ही आप इस प्राणायाम में लीन हो जाते हैं और आपका सारा ध्यान आपके सांसों की आवाजाही पर होता है तो उस समय आप देखेंगे कि आपकी सांसों से निकलने वाली आवाज पूरी तरह से समुद्र में चलने वाली हवाओं की ध्वनि की तरह होने लगती है। शुरूआत में यह प्राणायाम कम से कम पांच मिनट तक करे और इसके बाद इसे बढ़ाते हुए 15 मिनट तक लेकर जाएं। यह प्राणायाम आंतरिक ऊर्जा को बढ़ाता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। इस प्राणायाम का नियमित प्रयोग बंद धमनियों को खोलने और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसके अभ्यास से साइनस और माइग्रेन की समस्या को दूर किया जा सकता है। हृदय के रोगों और हार्टअटैक जैसी समस्या की संभावनाओं को कम करता है।आवाज को सुरीला बनाने के साथ-साथ यह प्राणायाम थाइरॉइड जैसी बीमारी से भी दूर रखता है। खांसी, अपच, लीवर की समस्याओं, पेचिश, बुखार जैसी बीमारियों के होने की सम्भावनाओं को कम करने का काम करता है। घर में ही करें पूजा, कोरोना में बचाव जरूरी

देवरिया माफी गांव के पं. शिव नारायन मिश्र ने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना महामारी को देखते हुए घर में ही पूजा-पाठ करें। बचाव व सर्तकता जरूरी है। यदि संभव हो तो कुछ दिन मंदिरों में जाने से बचें। यदि कहीं पूजा-पाठ के लिए जा भी रहे हैं तो बचाव के साथ अर्चन करें। मंदिरों में लोग भीड़ न बढ़ाएं। मास्क का प्रयोग करें। मंदिर व धार्मिक स्थलों पर यदि जरूरी न हो तो जाने से बचें। घर में मन से पूजा करने पर उतना ही फल मिलेगा जितना कि मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन करने से होगा। श्रद्धाभाव से पूजा पाठ करने से हर जगह फल मिलेगा। लोगों का भी कर्तव्य है कि इस महामारी की लड़ाई में साथ दें और खुद सुरक्षित हो और दूसरे को भी सुरक्षित करें। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सबका सहयोग जरूरी है। जनजागरूकता से ही महामारी पर फतह मिलेगी। कोशिश करें कि नियमित हवन-पूजन का क्रम चलता रहे। संकट के इस दौर में धैर्य व हौंसला बनाए रखें। जिले में कोविड अस्पताल की स्थित

- रिक्त बेड की सूचना

- एल-वन अस्पताल सीएचसी मुडेरवा- 40 बेड रिक्त है

- आश्रय स्थल बस्ती - 50 बेड रिक्त है

- आश्रम पद्धति विद्यालय भानपुर -100 बेड रिक्त है

- कैली में आइसीयू बेड 90 बेड, सभी फुल

- कैली में सामान्य बेड (आक्सीजनयुक्त) 150 में 130 बेड खाली

- कैली में टोटल 120 मरीज भर्ती, 130 बेड रिक्त है

- कैली में आक्सीजन के 240 सिलेंडर उपलब्ध है आक्सीजन के लिए प्रतिदिन 389 सिलेंडर की डिमांड भेजी जा रही है। मांग के अनुसार आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि प्रशासन नियमित अंतराल पर वाहन को भेजकर संतकबीरनगर, गोरखपुर व टांडा से सिलेंडर मंगा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था में सीएचसी-पीएचसी और महिला अस्पताल के भी आक्सीजन सिलेंडर कैली में मंगवा लिए गए हैं। बैकअप में 240 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।

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