डीडीयू कुलपति की बड़ी घोषणा, विश्‍वविद्यालय में स्थापित होगा कामधेनु चेयर एवं स्टडी सेंटर

कुलपति ने कहा कि स्टडी सेंटर के लिए जल्द ही प्रस्ताव बनाकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय कामधेनु आयोग को भेज दिया जाएगा। इस चेयर और अध्ययन केंद्र के अंतर्गत 15-20 विश्वविद्यालयों और 15-20 महाविद्यालयों के साथ बड़ी गौशालाओं को भी जोड़ा जाएगा।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 04:34 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 07:36 PM (IST)
डीडीयू कुलपति की बड़ी घोषणा, विश्‍वविद्यालय में स्थापित होगा कामधेनु चेयर एवं स्टडी सेंटर
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय कामधेनु आयोग विश्वविद्यालय परिसर में कामधेनु चेयर एवं स्टडी सेंटर की शीघ्र स्थापना करने जा रहे हैं। आयोग के अध्यक्ष वल्लभ भाई कठेरिया के साथ प्रशासनिक भवन में आयोजित बैठक में कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने इस बात की घोषणा की।

जल्‍द ही भेजा जाएगा प्रस्‍ताव

प्रो. सिंह ने कहा कि स्टडी सेंटर के लिए जल्द ही प्रस्ताव बनाकर  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय कामधेनु आयोग को भेज दिया जाएगा। इस चेयर और अध्ययन केंद्र के अंतर्गत 15-20 विश्वविद्यालयों और 15-20 महाविद्यालयों के साथ बड़ी गौशालाओं को भी जोड़ा जाएगा। गौ और गोधन के बारे में जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए शैक्षणिक मॉड्यूल भी तैयार किया जायेगा। इसका मकसद गौ, गो उत्पादों पर वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार का सृजन करना भी होगा। स्टडी सेंटर की स्थापना से दूध की गुणवत्ता और मात्रा पर शोध को बढ़ाने पर चर्चा होगी। प्रो सिंह ने यहा बताया कि 10-12 फरवरी को दीनदयाल उपाध्याय जी पर आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सेमिनार सह वेबिनार के दौरान इस चेयर व अध्ययन केंद्र का उद्घाटन कराया जाएगा। इसके साथ ही सेमिनार में आयोजित होने वाला एक सत्र कामधेनु चेयर एवं अध्ययन केंद्र व गो संरक्षरण पर आधारित होगा। 

हर वर्ष होगी कामधेनु गो-विज्ञान प्रचार-प्रसार परीक्षा

आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कठेरिया ने कहा कि गोधन राष्ट्रधन है। आयोग की स्थापना से युवाओं में गो-संरक्षण के प्रति अलख जगाने का काम जारी है। उन्होंने बताया कि इसके तहत प्रत्येक वर्ष कामधेनु गो-विज्ञान प्रचार-प्रसार परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 12 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी। इसका पंजीकरण आयोग के वेबसाइट पर शुरू हो गया है।  परीक्षा के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने की तैयारी की जा रही है। इसमें प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और कॉलेज व विश्वविद्यालय स्तर के विद्याॢथयों के साथ ही आम नागरिक भी हिस्सा ले सकेंगे। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की स्थापना 6 फरवरी 2019 को हुई थी। संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. नंदिता सिंह ने किया। इस दौरान सभी संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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