टेली कंसल्टेशन पर सिर्फ एक क्लिक, सामने होंगी स्वास्थ्य सेवाएं- घर बैठे करा सकेंगे पंजीकरण

रेल कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (रेल टेल) ने बुधवार को रेलवे प्रशासन के सहयोग से पूर्वोत्तर रेलवे के केंद्रीय और मंडलीय अस्पतालों सहित 26 हेल्थ यूनिटों में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआइएस) लागू कर दी। इससे लोगों को काफी राहत होगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 09 Jul 2021 10:05 AM (IST) Updated:Fri, 09 Jul 2021 10:05 AM (IST)
टेली कंसल्टेशन पर सिर्फ एक क्लिक, सामने होंगी स्वास्थ्य सेवाएं- घर बैठे करा सकेंगे पंजीकरण
टेली कंसल्टेशन एप पर सिर्फ एक क्लिक, सामने होंगी स्वास्थ्य सेवाएं- घर बैठे करा सकेंगे पंजीकरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अब रेलकर्मियों व उनके स्वजन को बेवजह भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। चिकित्सक से दिखाने के लिए ओपीडी के सामने लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। झोले में मेडिकल कार्ड और जांच रिपोर्ट लेकर नहीं चलना होगा। अपने मोबाइल के टेली कंसल्टेशन एप पर सिर्फ एक क्लिक करना होगा और सभी स्वास्थ्य सेवाएं सामने होंगी। इसके लिए रेल कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (रेल टेल) ने बुधवार को रेलवे प्रशासन के सहयोग से पूर्वोत्तर रेलवे के केंद्रीय और मंडलीय अस्पतालों सहित 26 हेल्थ यूनिटों में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआइएस) लागू कर दी।

यहां मिलेगी जानकारी

नई प्रणाली का लाभ लेने के लिए रेलकर्मियों, सेवानिवृत्त रेलकर्मियों और उनके स्वजन को एचएमआइएस पोर्टल पर जाना होगा या एचएमआइएस एप या एचएमआइएस से संबद्ध टेली कंसल्टेशन एप को अपने मोबाइल पर लोड करना होगा। पोर्टल व एप में 24 माड्यूल उपलब्ध हैं। जिसके माध्यम से मरीज घर बैठे पंजीकरण करा सकते हैं। चिकित्सक को दिखाने के लिए नंबर लगा सकते हैं। इसके अलावा उम्मीद कार्ड के अलावा पीएफ नंबर, मोबाइल नंबर या आधार नंबर से पंजीकरण करा सकते हैं। रेलवे के किसी भी अस्पताल में कभी भी इलाज करा सकेंगे। इसके अलावा जांच रिपोर्ट, रेफर कार्ड, मेडिकल परीक्षा, सिक-फिट प्रमाण पत्र और मेडिकल दावों की प्रतिपूर्ति के लिए भी रेलवे अस्पताल के विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।

चिकित्सक ही नहीं मरीज भी अपने मोबाइल पर आनलाइन देख सकेंगे इलाज से संबंधित मेडिकल हिस्ट्री

जिनका उपचार चल रहा है वे अपना मेडिकल हिस्ट्री भी मोबाइल पर आनलाइन देख सकेंगे। चिकित्सक के सामने एचएमआइएस पर मरीज का इलाज से संबंधित पूरा विवरण होगा। अगर चिकित्सक मरीज को कोई दवा लिख रहा है और वह दवा अस्पताल में मौजूद नहीं है तो उसकी भी जानकारी मिल जाएगी। चिकित्सक वही दवा लिखेंगे जो अस्पताल में उपलब्ध रहेगी।

सिस्टम पर दवाइयों का लेखा- जोखा भी उपलब्ध रहेगा। आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक एचएमआइएस से जुड़े देश के किसी भी रेलवे अस्पताल के चिकित्सक से सलाह ले सकेंगे। अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों की मनमानी भी नहीं चलेगी। एचएमआइएस पर रेलकर्मियों और उनके स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सेवाएं आनलाइन रहेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के 50 हजार रेलकर्मियों व उनके स्वजन को इस सुविधा का लाभ मिलेगा।

एचएमआइएस के लागू होने से चिकित्सकों और मरीजों को सुविधा मिलने के साथ मेडिकल से जुड़े प्रशासनिक व्यवस्था में भी सुधार आएगा। दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता से संबंधित जानकारी भी एक क्लिक पर उपलब्ध रहेगी। इससे समय से दवाओं की खरीददारी भी सुनिश्चित की जा सकेगी। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे

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