दायित्व निर्वहन में लापरवाही पर जाएगी नौकरी

कुशीनगर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए कार्य के आधार पर सेवा की अवधि तय करने के शासन के निर्देश का अनुपालन शुरू हो गया है 50 वर्ष से अधिक उम्र की कार्यकर्ताओं के कार्यो की निगरानी शुरू हो गई है अब कार्य के आधार पर ही सेवा अवधि का निर्धारण होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:00 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:00 AM (IST)
दायित्व निर्वहन में लापरवाही पर जाएगी नौकरी
दायित्व निर्वहन में लापरवाही पर जाएगी नौकरी

कुशीनगर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कार्यशैली में सुधार के लिए शासन ने सख्त रुख अपनाया है। अब सेवा जारी रखने के लिए ठीक से दायित्वों का निर्वहन करना होगा। परफार्मेस (कार्य) के आधार पर उनकी सेवा आगे चलेगी या नहीं, इसका निर्धारण होगा। विभाग के मुताबिक, इसके तहत सबसे पहले 50 वर्ष से अधिक आयु की कार्यकर्ताओं के कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसमें जो शिथिल मिलेंगी, उनकी सूची शासन को भेजी जाएगी। ऐसे कार्यकर्ताओं पर शासन स्तर से सेवा समाप्ति की कार्रवाई होगी।

इसके लिए प्रमुख सचिव व निदेशक ने प्रदेश के सभी डीपीओ को निर्देश दे रखा है। कुशीनगर में करीब 3579 आंगनबाड़ी व 555 मिनी केंद्रों में 3860 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। 274 पद रिक्त हैं। इनमें करीब 35 फीसद कार्यकर्ता 50 से अधिक उम्र की हैं। इनकी कार्यप्रणाली व कार्य क्षमता से सेवा अवधि तय होगी। कोरोना का संक्रमण कम होने के साथ ही पहले चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु वाली कार्यकर्ताओं के कार्यों की समीक्षा होगी। इसमें जो अक्षम मिलेंगी, उनकी सेवा समाप्त हो जाएगी। उन्हें सेवा में बने रहने के लिए शत-प्रतिशत विभागीय कार्यों को संपादित करना होगा। दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की शिथिल कार्यशैली से विभाग की किरकिरी हो रही है। इससे योजनाओं का लाभ आमजन को नहीं मिल रहा है। अफसरों का मानना कि इस व्यवस्था से उम्र दराज कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति के साथ ही नए को कार्य करने का मौका मिलेगा।

कार्यों की इस तरह होगी समीक्षा

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों की समीक्षा एमपीआर (मासिक प्रगति रिपोर्ट) व पीएलआइ (परफार्मेस लिंक्ड इंसेटिव) के आधार पर की जाएगी। एमपीआर के तहत कार्यकर्ता द्वारा किए गए गृह भेंट, पंजीकरण आदि की समीक्षा होगी, जबकि पीएलआइ के तहत बच्चों का वजन, कुपोषण, लाल से पीला और पीले से हरी श्रेणी में आने वाले बच्चों के प्रतिशत से होगा।

डीपीओ शैलेंद्र कुमार राय ने कहा कि कार्यों के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सेवा विस्तार होगा। फिलहाल 50 वर्ष की उम्र से अधिक की कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट शासन से मांगी गई है। इसमें जिनकी कार्यक्षमता ठीक नहीं होगी, उनकी सेवा समाप्त की जाएगी।

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