जेल में बंद अपराधी चंदन इस्तेमाल कर रहा स्मार्ट फोन, सोशल मीडिया पर आडियो संदेश वायरल Gorakhpur News

चंदन के गैंग में उसके भाई नंदन सिंह समेत कुल 27 सदस्य हैं जिनमें एक की हत्या हो चुकी है। वर्तमान में गैंग के ज्यादातर सदस्य जेल में बाहर है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 06:39 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 06:39 PM (IST)
जेल में बंद अपराधी चंदन इस्तेमाल कर रहा स्मार्ट फोन, सोशल मीडिया पर आडियो संदेश वायरल Gorakhpur News
जेल में बंद अपराधी चंदन इस्तेमाल कर रहा स्मार्ट फोन, सोशल मीडिया पर आडियो संदेश वायरल Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गौतमबुद्धनगर जेल में बंद शातिर बदमाश चंदन सिंह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहा है। सोशल मीडिया पर चंदन का ऑडियो संदेश वायरल हो रहा है। जिसमें चंदन खुद के सुधरने का दावा कर रहा है और बता रहा है कि गौतमबुद्धनगर जेल के जेलर की प्रेरणा से उसका मन बदल गया है। आडियो संदेश को उसके साथी सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।

चंदन के गैंग में कुल 27 शातिर अपराधी

चिलुआताल के कुसहरा गांव का रहने वाला देवकी नंदन उर्फ चंदन सिंह का गोरखपुर पुलिस ने गैंग चार्ट खोला है। वह डी-9 गैंग का सरगना है। चंदन के गैंग में उसके भाई नंदन सिंह समेत कुल 27 सदस्य हैं जिनमें एक की हत्या हो चुकी है। वर्तमान में गैंग के ज्यादातर सदस्य जेल में बाहर है। शातिर चंदन सिंह कई बार पुलिस अभिरक्षा से भाग चुका है। 14 अगस्त 2013 को पेशी से देवरिया लौटते समय चलती ट्रेन से कूदकर भाग गया था। जिसके बाद उसने ताबड़तोड़ अपराध करना शुरू कर दिया। 18 अगस्त 2014 को बाराबंकी पुलिस ने चंदन को दबोच लिया। कुछ दिन बाराबंकी जेल में रखने के बाद उसे बदांयू जेल ट्रांसफर किया गया था। 31 मई 2016 को वह आगरा मेडिकल कालेज से पुलिस को चकमा देकर निकल गया। तलाश में जुटी एसटीएफ ने दिसम्बर 2016 में उसे अहमदाबाद में गिरफ्तार कर बदायूं पुलिस को सुपुर्द कर दिया। मई 2018 में मुरादाबाद के रहने वाले कुख्यात अपराधी सुमित के साथ चंदन से फिर से भागने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हो पाया। हालांकि उसका साथी सुमित फरार हो गया।

गौतमबुद्धनगर जेल में निरुद्ध है चंदन

गोरखपुर पुलिस और यूपी एसटीएफ के लिए चुनौती खड़ी करने वाला चंदन सिंह इस समय गौतमबुद्धनगर जेल में निरुद्ध है। जेल से आडियो संदेश भेजकर चंदन भले ही सुधरने का दावा कर रहा हो लेकिन उसने सिस्टम की चौकसी पर सवाल खड़ा कर दिया है। 

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