Gorakhpur Weather Updates: गोरखपुर में बूंदाबांदी शुरू, तीन दिन तक रुक-रुककर होगी बारिश
Gorakhpur Weather Updates गोरखपुर में मंगलवार को बूंदाबांदी शुरू हो गई। यहां तीन दिन तक रुक-रुककर बारिश होने की संभावना है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सहित अधिकांश जिलों में उसम भरी भीषण गर्मी पड़ रही है। इस बीच मौसम विशेषज्ञ का पूर्वानुमान राहत देने वाला है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक मंगलवार से दो-तीन दिन तक रुक-रुक कर होने वाली बारिश की वायुमंडलीय परिस्थितियां तैयार हैं। मंगलवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के 70 से 75 फीसद हिस्से में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। मंगलवार दोपहर से गोरखपुर मेें हल्की बूंदा बांंदी शुुुरू हो गई।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवातीय हवा का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश के एक निम्न वायुदाब की पट्टी भी बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी की ओर से चल रही पुरवा हवाओं के चलते नमी पहले से बढ़ी हुई है। यह वायुमंडलीय परिस्थितियां ही मंगलवार से दो-तीन होने वाली बारिश की वजह बनेंगी। गर्मी की वजह मौसम विशेषज्ञ ने धूप और नमी के मेल से हीट इंडेक्स का बढ़ना बताई। उन्होंने कहा कि हीट इंडेक्स की वजह से ही लोगों को सोमवार को 34.4 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 45 डिगी सेल्सियस की गर्मी का अहसास हुआ। हीट इंडेक्स बढ़ने की वजह से रात भी गर्म हो गई। न्यूनतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गिरिजा बैराज से छोड़ा गया 2.45 लाख क्यूसेक पानी, अलर्ट जारी
सरयू नदी पर बने गिरिजा बैराज से साेमवार को 2.45 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सिंचाई विभाग ने अलर्ट जारी किया है। गिरिजा बैराज से छोड़ा गया पानी अयोध्या पुल पर शुक्रवार तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे सरयू नदी का जल स्तर लगभग 50 सेमी बढ़ जाएगा। सिंचाई विभाग के मुताबिक शुक्रवार को पानी पहुंचने के बाद एक बार फिर सरयू खतरे के निशान से ऊपर पहुंच जाएगी जिससे दक्षिणांचल के इलाकों में एक बार फिर से गंभीर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।
बाढ़ का खतरा
अयोध्या पुल पर सरयू का जल स्तर 64.54 मीटर था जो खतरे के निशान से 19 सेमी नीचे है। पहाड़ाें पर बारिश का सिलसिला एक बार फिर तेजी होने से सरयू समेत अन्य नदियों के जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी की संभावना जताई जा रही है। इसको देखते हुए सिंचाई विभाग अलर्ट हो गया है। सरयू के तटबंधों की निगरानी तेज कर दी गई है और जहां कहीं भी सीपेज या कटान की संभावना है वहां पर बाढ़ बचाव निरोधक कार्य तेज कर दिए गए हैं। विभाग ने नदी से सटे गांवों में भी अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। लगभग 25 दिनों तक लगातार खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली राप्ती नदी सोमवार को खतरे के निशान से 15 सेमी नीचे हो गई। राप्ती का जल स्तर में औसतन पांच सेमी प्रतिदिन कम हो रहा है। बर्डघाट पर राप्ती का जल स्तर 74.83 मीटर था जबकि खतरे का निशान 74.98 मीटर है। रोहिन भी खतरे के निशान से 1.87 मीटर नीचे बह रही है। कुआनों का भी जल स्तर तेजी से घट रहा है। कुआनों खतरे के निशान से 90 सेमी नीचे बह रही है।