गोरखपुर में 60 दिन में पंचायत भवनों की दशा बदलने के निर्देश, संसाधनों से लैस होंगे ग्राम सचिवालय

जिला पंचायत राज अधिकारी ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि जिले में 484 पंचायत भवनों का निर्माण चल रहा है। इनमें 170 का निर्माण पूरा हो चुका है शेष का कार्य अंतिम चरण में है। करीब 35 से 40 पंचायत भवन के लिए स्थान नहीं मिल पाया है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:30 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:30 PM (IST)
गोरखपुर में 60 दिन में पंचायत भवनों की दशा बदलने के निर्देश, संसाधनों से लैस होंगे ग्राम सचिवालय
जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि ग्राम पंचायतों में बने पंचायत भवनों की दशा अगले 60 दिनों के भीतर सुधार लेनी होगी। इन पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के रूप में विकसित किया जाएगा। जिले में 484 नए पंचायत भवन बन रहे हैं। करीब 770 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन पहले से हैं, इन्हें आकर्षक बनाया जाएगा। राज्य एवं केंद्रीय वित्त से आने वाले बजट को सबसे पहले इसी पर खर्च किया जाएगा। ग्राम सचिवालय में स्थानीय लेखपाल, बैंक सखी, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सेवक सहित ग्राम पंचायतों से संबंधित सभी विभागों के कर्मचारी बैठेंगे। मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद की भी व्यवस्था होगी।

अपर मुख्य सचिव गोरखपुर के अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग में गोरखपुर से उपनिदेशक पंचायती राज समरजीत यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिला पंचायत राज अधिकारी ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि जिले में 484 पंचायत भवनों का निर्माण चल रहा है। इनमें 170 का निर्माण पूरा हो चुका है, शेष का कार्य अंतिम चरण में है। करीब 35 से 40 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन के लिए स्थान नहीं मिल पाया है। नवनिर्वाचित प्रधानों से उन गांवों में पंचायत भवन के लिए स्थान चिह्नित करने को कहा गया है। जो पंचायत भवन पहले से बने हैं, उनकी मरम्मत करने को कहा गया है। जहां एक कमरे का भवन है, वहां एक और कमरा बनवाया जाएगा।

भवनों के साथ संसाधनों की उपलब्‍धता की रिपोर्ट भी देनी होगी

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बेहतर ढंग से साफ-सफाई, रंगाई करानी होगी। पंचायत भवनों में टाइल्स भी लगाना होगा, जिससे ग्राम सचिवालय का संचालन बेहतर ढंग से किया जा सके। 60 दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट भेजनी होगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग में सामुदायिक शौचालयों की प्रगति एवं महिला समूहों को हस्तांतरित करने के बारे में भी जानकारी ली गई। अपर मुख्य सचिव को बताया गया कि गोरखपुर में सभी 1244 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। इनमें से 1140 हस्तांतरित किए जा चुके हैं। 214 के रखरखाव का तीन-तीन महीने का पैसा महिला समूह के खाते में दिया जा चुका है। अपर मुख्य सचिव ने सभी ग्राम पंचायतों के प्रधानों का डिजिटल सिग्नेचर एक सप्ताह के भीतर पंजीकृत करने का निर्देश दिया। गोरखपुर में 1294 में से अबतक 792 का डिजिटल सिग्नेचर पंजीकृत हो चुके हैं।

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