Manish Gupta murder case: मनीष गुप्ता की हत्‍या का छठां आरोपित दारोगा विजय यादव गिरफ्तार

Manish Gupta murder case मनीष गुप्ता हत्याकांड के छठवें आरोपित दारोगा विजय यादव को कैंट पुलिस ने 16 अक्‍टूबर की दोपहर रेलवे म्यूजियम के पास गिरफ्तार किया। जौनपुर जिले के रहने वाले विजय पर एक लाख रुपये का इनाम था वह कोर्ट में सरेंडर करने गोरखपुर आया था।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:55 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:55 PM (IST)
Manish Gupta murder case: मनीष गुप्ता की हत्‍या का छठां आरोपित दारोगा विजय यादव गिरफ्तार
मनीष गुप्ता की हत्‍या का छठां आरोपित दारोगा विजय यादव गिरफ्तार। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Manish Gupta murder case: मनीष गुप्ता हत्याकांड के छठवें आरोपित दारोगा विजय यादव को कैंट पुलिस ने 16 अक्‍टूबर की दोपहर रेलवे म्यूजियम के पास गिरफ्तार किया। जौनपुर जिले के रहने वाले विजय पर एक लाख रुपये का इनाम था वह कोर्ट में सरेंडर करने गोरखपुर आया था।

पांच अन्‍य आरोपित पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल

10 अक्टूबर को पुलिस ने मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार किया था।12 अक्टूबर को दारोगा राहुल दुबे और आरक्षी प्रशांत पकड़े गए। 13 को मुख्य आरक्षी कमलेश यादव पकड़ा गया। जौनपुर जिले के बख्शा थानाक्षेत्र स्थित चितौडी गांव का रहने वाला दारोगा विजय यादव फरार चल रहा था।

कैंट पुलिस ने दारोगा को किया गिरफ्तार

उसे पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच, रामगढ़ताल पुलिस के साथ ही एसआइटी कानपुर की टीम गाजीपुर, जौनपुर लखनऊ के साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के घर के छापेमारी कर रही थी।लेकिन विजय यादव पकड़ से दूर था। शनिवार की दोपहर विजय सीजेएम कोर्ट में सरेंडर गोरखपुर पहुंचा। सूचना पर पहुंचे कैंट थाना प्रभारी सुधीर सिंह ने घेराबंदी कर दबोच लिया।एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि फरार चल रहे दारोगा विजय यादव को कैंट पुलिस ने पकड़कर एसआइटी को सुपुर्द कर दिया है।कोर्ट में सरेंडर करने के इरादे से वह गोरखपुर आया था।

यह है मामला

कानपुर के बर्रा निवासी कारोबारी मनीष गुप्ता 27 सितंबर की सुबह आठ बजे गोरखपुर घूमने आए थे। उनके साथ हरियाणा के उनके दोस्त हरबीर और प्रदीप भी थे। तीनों युवक तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस के कमरा नंबर 512 में रुके थे। रामगढ़ताल थाना प्रभारी जगत नारायण सिंह समेत छह पुलिसकर्मी रात करीब साढ़े 12 बजे कमरे की तलाशी लेने पहुंच गए। आधी रात को इस तरह कमरे की तलाशी लेने पर मनीष ने आपत्ति जताई तो पुलिसकर्मियों से उनका विवाद हो गया।

पुलिस वालों पर पीटकर हत्‍या करने का है आरोप

आरोप है कि इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और पुलिस टीम ने पीट-पीटकर मनीष की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस वालों का कहना था कि मनीष शराब के नशे में धुत थे और गिरने की वजह से उनकी मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनीष के शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले। मनीष की पत्नी मीनाक्षी की तहरीर पर पुलिस ने छह पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। जिसकी विवेचना कानपुर एसआइटी रही है।

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