देवरिया में संक्रामक रोग ने दी दस्तक, एक बेड पर हो रहा दो बच्चों का इलाज

मौसम बदलते ही संक्रामक रोगों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिसका नतीजा यह है कि जिला अस्पताल का पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) बीमार बच्चों से भर गया है। एक बेड पर दो बच्चों का इलाज हो रहा है। मौसम का उतार-चढ़ाव निरंतर जारी है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 06:45 AM (IST)
देवरिया में संक्रामक रोग ने दी दस्तक, एक बेड पर हो रहा दो बच्चों का इलाज
मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल के पीआइसीयू वार्ड में भर्ती बच्चे। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मौसम बदलते ही देवरिया में संक्रामक रोगों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिसका नतीजा यह है कि जिला अस्पताल का पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) बीमार बच्चों से भर गया है। एक बेड पर दो बच्चों का इलाज हो रहा है। मौसम का उतार-चढ़ाव निरंतर जारी है। उमस भरी गर्मी एवं कड़ी धूप के चलते बच्चे संक्रामक रोग के शिकार हो रहे हैं। वार्ड में भर्ती बच्चे पीड़ा से कराह रहे हैं। ज्यादातर उल्टी-दस्त एवं झटका जैसी बीमारी से पीड़‍ित हैं।

तीन दिन से बुखार व खांसी से परेशान है अर्पिता

रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के पकड़ी बाजार के रहने वाले सूर्यकांत की पुत्री 10 माह की अर्पिता तीन दिन से बुखार व खांसी से पीड़‍ित है। चिकित्सक लगातार इलाज कर रहे हैं, लेकिन बुखार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जरूरी दवाएं अस्पताल से मिल रही हैं, लेकिन कुछ दवाएं मजबूरी में तीमारदारों को बाहर से लेना पड़ रहा है। दानोपुर के रहने वाले रमाशंकर की दो पुत्रियां रितिका एवं राधिका उम्र आठ वर्ष उल्टी व बुखार से पीड़ि‍त हैं। यही हाल बैतालपुर के निकट बरारी गांव के रहने वाले प्रेमनाथ की पुत्री राधिका उम्र करीब दो वर्ष बीते पांच दिन से बुखार से पीड़ि‍त हैं।

तीन दिन से तेज बुखार है चुलबुली को

चैयापुर से आने वाले रिंकू सिंह की पुत्री चुलबुली तीन दिन से बुखार से ग्रसित है। भटनी इलाके के घाटी गांव के रहने वाले सुनील की 10 वर्षीय पुत्री रिया चार दिन से बुखार से पीड़ि‍त है। शहर के रामनाथ देवरिया मोहल्ले के अतुल गुप्ता की तीन वर्षीय पुत्री दिव्यांशी को तेज बुखार और झटका आ रहा है। तीमारदार भी परेशान हैं।

वार्ड में बढ़ रही बच्चों की संख्या

देवरहा बाबा राजकीय मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा. आनंद मोहन वर्मा ने कहा कि संक्रामक रोग बढ़ने से पीआइसीयू वार्ड में और बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बेहतर इलाज का इंतजाम किया गया है। दवा का पूरा इंतजाम है। यदि कोई बाहर से दवा ला रहा है, तो इसकी छानबीन कराई जाएगी।

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