लावारिस शवों के अंतिम संस्कार को मिलने वाली धनराशि बढ़ी
अंतिम संस्कार के लिए अब 2700 की जगह 3400 रुपये मिलेंगे
जागरण संवाददाता, बस्ती : अब लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार भी पुलिस सम्मानपूर्वक कर सकेगी। सरकार ने अंतिम संस्कार के लिए पूर्व में मिलने वाली धनराशि में वृद्धि कर दी है। पुलिस को इसके लिए 2700 की जगह 3400 रुपये मिलेंगे। इसमें छह मीटर कफन व लकड़ी से लेकर शव को ले जाने से लेकर जलाने तक के लिए खर्च शामिल है।
जनपद बस्ती में हर माह कहीं न कहीं लावारिस शव मिलता हैं। पुलिस 72 घंटे तक इन शवों की शिनाख्त का प्रयास करती है,सफलता न मिलने पर उसका पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार किया जाता है। शव हिदू का हुआ तो उसका दाह संस्कार और मुस्लिम का होने पर उसे दफन किया जाता है। 2017 में 18 लावारिस शव विभिन्न थाना क्षेत्रों में बरामद हुए थे। जिनका अंतिम संस्कार पुलिस ने किया। हालांकि इसके बाद लावारिस शवों के मिलने की संख्या कम हो गई। 2018 में छह, 2019 में आठ तो 2020 में सात लावारिस शव जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में बरामद किए गए थे। शिनाख्त व अंतिम संस्कार की चुनौती पुलिस की मानें तो पुलिस के सामने लावारिस शवों की शिनाख्त के साथ ही उनके अंतिम संस्कार की भी चुनौती रहती है। कभी कभी तो कोई संस्था लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए आगे आती है, मगर कभी पुलिस को खुद अंतिम संस्कार कराना पड़ता है। लावारिस शव का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार करने के लिए सरकार ने लंबे समय बाद मिलने वाली धनराशि बढ़ाई है। यह फैसला सराहनीय है लेकिन महंगाई के इस दौर में यह नाकाफी है। कहा इस मद में व्यय होने वाली समस्त धनराशि का वहन करना चाहिए।
जगदीश प्रसाद शुक्ल,समाजसेवी अब लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए 3400 रुपये दिए जाने की घोषणा सरकार ने की है। इस निर्णय से पुलिसकर्मियों को व्यवस्थित ढंग से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने में मदद मिलेगी। रवींद्र कुमार सिंह, एएसपी