आरएफसी को पिपराइच केंद्र से गायब मिले प्रभारी तो जानिए क्या किया उन्होंने Gorakhpur News
संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) पवन अग्रवाल ने गोरखपुर मंडल के तीन गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। गोरखपुर के पिपराइच में बने केंद्र पर पहुंचे आरएफसी को केंद्र प्रभारी बिना किसी सूचना के गायब मिले। उन्होंने एक दिन का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया।
गोरखपुर, जेएनएन : संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) पवन अग्रवाल ने गोरखपुर मंडल के तीन गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। गोरखपुर के पिपराइच में बने केंद्र पर पहुंचे आरएफसी को केंद्र प्रभारी बिना किसी सूचना के गायब मिले। उन्होंने एक दिन का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया। साथ ही केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। कुशीनगर जिले के घोड़ादेउर एवं बोदरवार केंद्रों पर कोड आवंटित नहीं था और न ही गांवों का संबद्धीकरण ही मिला। आरएफसी ने मौके पर मौजूद जिला खाद्य विपणन अधिकारी को फटकार लगाते हुए केंद्रों को आवंटित कोड उपलब्ध कराने एवं गांवों का तत्काल संबद्धीकरण करने का निर्देश दिया।
आरएफसी पहुंचे गेहूं क्रय केंद्र पीसीएफ घोड़ादेउर
आरएफसी सुबह कुशीनगर जनपद के गेहूं क्रय केंद्र पीसीएफ घोड़ादेउर पहुंचे। उसके बाद पीसीएफ बोदरवार का निरीक्षण किया। दोनों स्थानों पर कमियां मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। इसके बाद आरएफसी गोरखपुर जिले के पिपराइच स्थित खाद्य विभाग के गेहूं क्रय केंद्र पहुंचे।
पिपराइच में बिना किसी सूचना के गायब थे केंद्र प्रभारी
पिपराइच केंद्र प्रभारी ही बिना किसी पूर्व सूचना के गायब मिले। उनपर कार्रवाई के लिए डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिया। आरएफसी ने सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक क्षेत्रीय किसानों से संपर्क कर उन्हें उनका गेहूं सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि क्रय केंद्र पर आने वाले किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) योजना का लाभ दिया जाए।
तीसरे दिन भी केंद्रों तक नहीं पहुंचे किसान
जिले में गेहूं क्रय केंद्र गेहूं खरीद के लिए तैयार हैं लेकिन तीसरे दिन भी कोई किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंचा है। केंद्रों से गांवों को सम्बद्ध करने की प्रक्रिया भी चल रही है। डिप्टी आरएमओ राकेश मोहन पांडेय ने बताया कि सभी केंद्रों पर तैयारी पूरी है। अभी कहीं कोई किसान नहीं आया है। उम्मीद है कि सोमवार से किसान केंद्रों तक आने लगेंगे।