UP Panchayat Election 2021: जिस वर्ग की आबादी नहीं वहां भी आरक्षित हो गई सीट- दर्ज हुईं आपत्तियां

आरक्षणण्‍ सूची पर आपत्तियां प्राप्त करने का सिलसिला शुरू हो गया। पहले दिन 15 लोगों ने आपत्ति दाखिल की है। अधिकतर का यही तर्क है कि उनके यहां संबंधित वर्ग की आबादी कम है फिर भी पद आरक्षित कर दिया गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 10:58 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 08:11 AM (IST)
UP Panchayat Election 2021: जिस वर्ग की आबादी नहीं वहां भी आरक्षित हो गई सीट- दर्ज हुईं आपत्तियां
पंचायत चुनाव आरक्षण पर आपत्तियां आनी शुरू हो गई हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण आवंटन की सूची दो मार्च को जारी हो चुकी है। इस सूची पर चार मार्च से आपत्तियां प्राप्त करने का सिलसिला शुरू हो गया। पहले दिन 15 लोगों ने आपत्ति दाखिल की है। अधिकतर का यही तर्क है कि उनके यहां संबंधित वर्ग की आबादी कम है, फिर भी पद आरक्षित कर दिया गया। 15 में से 12 आपत्तियां ग्राम प्रधान पद को लेकर थीं जबकि तीन लोगों ने जिला पंचायत वार्ड में आरक्षण पर सवाल खड़ा किया। सभी की आपत्ति प्राप्त कर उन्हें रिसीविंग दे दी गई है।

कई की समाप्‍त हुई दावेदारी

आरक्षण आवंटन की सूची जारी होने के बाद वर्षों से चुनाव लडऩे की तैयारी में जुटे कई दावेदारों की दावेदारी समाप्त हो गई है। अभी भी उन्हें अपनी सीट का आरक्षण बदलने की उम्मीद है। जो आपत्तियां पहले दिन प्राप्त हुई हैं, उनमें असहमति जताने वालों ने पिछले चुनावों का हवाला दिया है। कुछ ने आबादी की बात का तर्क दिया है तो कुछ लोगों का तर्क यह रहा कि उनका गांव इससे पहले कभी आरक्षित नहीं किया गया था। ऐसे में इस साल भी आरक्षित नहीं होना चाहिए था। प्रधान पद के आरक्षण पर सवाल खड़ा करने वालों का कहना है कि उनके यहां आरक्षण बदलना चाहिए। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए सामने आए आरक्षण ने कई दावेदारों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।

कई महत्वपूर्ण नाम दौड़ से बाहर हो गए हैं। आसपास के वार्ड भी आरक्षित होने के कारण वे चुनाव मैदान से बाहर रहने का विचार कर रहे हैं लेकिन इससे पहले आपत्ति के जरिए आरक्षण में बदलाव का एक प्रयास जरूर कर रहे हैं। पहले दिन प्राप्त आपत्तियों में से 14 विकास भवन स्थित जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) कार्यालय पर रिसीव किए गए हैं। एक आपत्ति भरोहिया ब्लाक पर आयी। ब्लाक पर आयी आपत्ति प्रधान पद से जुड़ी थी। इससे पहले चार आपत्तियां तीन मार्च को ही प्राप्त हो गई थीं।

नौ से 12 मार्च तक होगा निस्तारण

आपत्ति दाखिल करने का समय आठ मार्च तक है। इसके बाद नौ से 12 मार्च तक टीम आपत्तियों का निस्तारण करेगी। 13 से 14 तक अंतिम सूची प्रकाशित करने का समय दिया गया है। 15 मार्च को जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से अंतिम सूची पंचायती राज निदेशालय को भेज दी जाएगी।

पहले दिन 15 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। इनमें से 14 जिला मुख्यालय पर जबकि एक भरोहिया ब्लाक पर दर्ज करायी गई है। जो भी आपत्ति आ रही है, उसे रजिस्टर पर दर्ज कर रिसीविंग दी जा रही है। - हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला पंचायत राज अधिकारी।

बस्‍ती  में प्रधान, बीडीसी और जिपं सदस्य पद पर 78 ने दर्ज कराई आपत्ति

बस्‍ती जिले में ग्राम प्रधान, बीडीसी, प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य के आरक्षण की सूची जारी होने के बाद गुरुवार से आपत्तियां प्राप्त की जाने लगी। पहले दिन कुल 78 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई।  आठ मार्च तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती हैं। आपत्तियां प्राप्त करने के लिए गुरुवार को विकास भवन में पंचायती राज विभाग की ओर से एक पटल स्थापित किया गया। इस पर चार कर्मचारियों को आपत्ति लेने के लिए लगाया गया। पहले दिन प्रधान पद के आरक्षण को लेकर 78 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई।

अधिकतर ग्राम पंचायत में जातीय जनसंख्या का हवाला देते हुए आरक्षण बदलने की मांग की गई है। इसी प्रकार जिला पंचायत सदस्य के नौ वार्डों में तथा क्षेत्र पंचायत सदस्यों (बीडीसी) के आठ सीटों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए आरक्षण बदलने की मांग की गई है। पटल सहायक अतुल पांडेय ने बताया कि पहले दिन शाम पांच बजे तक कुल 78 लोगों ने  आपत्तियां दर्ज कराई हैं।  नौ मार्च को डीपीआरओ कार्यालय मेंं सभी आपत्तियां एकत्र की जाएंगी। 10 से 12 मार्च के बीच आपत्तियों का परीक्षण और निस्तारण डीएम के द्वारा गठित समिति करेगी और अंतिम रूप से सूची तैयार करेगी। 

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