Shahana Suicide Case: जेल में बंद दारोगा राजेंद्र ने स्वजन ने भी मुंह फेरा, चार दिन से मिलने के लिए कोई नहीं पहुंचा जेल
Shahana Suicide Case दारोगा राजेंद्र सिंह निलंबन की नोटिस रिसीव करने के बाद जेल में बेचैन है। चार दिन से उससे मिलने कोई नहीं पहुंचा। मामले की जानकारी होने पर परिवार के लोगों ने भी मुंह फेर लिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहाना को मौत के लिए उत्प्रेरित करने वाला दारोगा राजेंद्र सिंह निलंबन की नोटिस रिसीव करने के बाद जेल में बेचैन है। चार दिन से उससे मिलने कोई नहीं पहुंचा। मामले की जानकारी होने पर परिवार के लोगों ने भी मुंह फेर लिया है। उसने जेल प्रशासन को एक चिट्ठी दी। जिसे अपने घर पहुंचाने को कहा ताकि पत्नी व बेटा मिलने आ सके।
मामले की जानकारी होने पर परिवार के लोगों ने नहीं लिया हाल चाल
बलिया जिले के रेवती थानाक्षेत्र स्थित श्रीनगर गांव का रहने वाला दारोगा राजेन्द्र सिंह गोरखपुर में एलआइयू की विशेष शाखा में तैनात था। बक्शीपुर में किराए पर कमरा लेकर वह बेलीपार के भीटी गांव निवासी शहाना व उसके 11 माह के बेटे ट्वेंटी के साथ रहते थे।जिला महिला अस्पताल की संविदाकर्मी शहाना का शव 15 अक्टूबर को कमरे में फंदे से लटकता मिला था। शहाना की मां तदरुन निशा की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने राजेंद्र सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर मंगलवार को जेल भेज दिया। तबसे राजेंद्र सिंह से मिलने जेल में कोई नहीं पहुंचा। बेटी की उम्र की लड़की के साथ किराए पर कमरा लेकर रहने वाले राजेंद्र के करतूत की जानकारी स्वजन को हुई तो उन्होंने भी मुंह फेर लिया। गिरफ्तार होने की सूचना मिलने पर गोरखपुर आया बेटा भी सच्चाई मालूम होने पर लौट गया। जिसके बाद से जिला कारागार में निरुद्ध राजेंद्र सिंह और बेचैन हो गया है।
दोनों परिवार की मौजूदगी में खुलेगा ताला
जिस घर में शहाना की मौत हुई थी उस कमरे में सामान भी मौजूद है। शहाना के घरवालों का दावा है कि सभी सामान उसके ही है। जबकि दारोगा की बाइक और अन्य सामान भी वहां पर होने की संभावना है जिसे देखते हुए पुलिस ने वीडियोग्राफी के बीच दोनों परिवार की मौजूदगी में कमरे का ताला खुलवाने का फैसला किया गया है। जल्द ही दोनों परिवार के आने पर कमरे का ताला खुलवाया जाएगा
फोरेंसिक व बिसरा रिपोर्ट आने पर आगे बढ़ेगी जांच
शहाना मौत प्रकरण की विवेचना एसएसआइ कोतवाली रतन पांडेय को मिली थी। लेकिन मामले में दिलचस्पी न लेने की शिकायत पर एसएसपी ने दो दिन पहले विवेचना प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सौंप दी। लेकिन उन्होंने अभी मामले की छानबीन शुरू नहीं की है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कल्याण सिंह सागर ने बताया कि फोरेंसिंक व बिसरा रिपोर्ट आने के बाद जांच आगे बढ़ेगी।