Coronavirus in Gorakhpur: दूसरी लहर में पुलिस कर्मियों पर भी भारी पड़ रहा कोरोना, 21 अभी भी संक्रमित
दो पुलिस कर्मी की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है। 22 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। तमाम पुलिस कर्मी सर्दी-जुखाम बुखार खांसी से पीडि़त हैं लेकिन वह अभी अपना कोविड 19 का टेस्ट नहीं करा सके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। दूसरी लहर में कोरोना पुलिस कर्मियों पर भी भारी पड़ रहा है। जिले के 11 पुलिस कर्मी अभी भी संक्रमित हैं। यह सभी पुलिस कोरोना से बचाव का दूसरा टीका भी लगवा चुके हैं। दो पुलिस कर्मी की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है। 22 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। तमाम पुलिस कर्मी सर्दी-जुखाम, बुखार खांसी से पीडि़त हैं, लेकिन वह अभी अपना कोविड 19 का टेस्ट नहीं करा सके हैं।
अपनी फिटनेस को लेकर सदैव सतर्क रहने वाले पुलिस कर्मी भी कोरोना की दूसरी लहर में कमजोर देखे जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था को लेकर वह सदैव मोर्चे पर डटे रहते हैं। मतगणना, फील्ड ड्यूटी सहित पुलिस कर्मियों को कंटेनमेंट जोन की तरफ जाना होता है। ऐसे में कहीं पर भी मास्क लगाने में चूक हुई। अथवा फिजिकल डिस्टेंङ्क्षसग का ध्यान नहीं रखा गया। हाथ बार-बार साबुन से धुला नहीं गया। कपड़ों को लगातार सैनिटाइज नहीं किया गया। इन लापरवाहियों के चलते पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं। एसपी ट्रैफिक आरएस गौतम का कहना है कि आमतौर पर पुलिस कर्मी अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक सतर्क रहते हैं, लेकिन जरा सी चूक में जब वह संक्रमित हो जा रहे हैं अन्य लोगों को इसके प्रति सावधानी अपनानी चाहिए। सावधानी अपनाकर ही वह अपना बचाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने की लेन हैं कि पुलिस कर्मी संक्रमित होने के बावजूद ठीक भी जल्द हो जा रहे हैं।
प्रथम लहर में 362 पुलिस कर्मी हुए थे संक्रमित
कोरोना की प्रथम लहर में जिले के 362 पुलिस कर्मी संक्रमित हुए थे, लेकिन कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए वह पूरी तरह स्वस्थ हो गए। एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि कोविड नियमों को लेकर लोगों को पूरी सावधानी अपनानी चाहिए। जरा सी लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। पुलिस कर्मियों को भी इसके निर्देशित किया गया है कि वह संक्रमण से बचाव को लेकर सतर्क रहें। वह सदैव मास्क पहनें। फिजिकल डिस्टेंङ्क्षसग अपनाएं। हाथों को कई बार साबुन से धुलें। इसके अलावा पुलिस कर्मियों के लिए एक अलग से क्वारंटीन सेंटर बनवाया गया है। वहां पुलिस कर्मी कैसे हैं, इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।