Manish Gupta Murder case: सीबीआइ की रडार पर अब बड़े अफसर, डाक्‍टरों से भी होगी पूछताछ

मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच के तीसरे चरण में सीबीआइ लापरवाही बरतने के आरोपित अधिकारी मेडिकल कालेज के डाक्टर व कर्मचारियों से पूछताछ हो सकती है। इससे पहले सीबीआइ इस मामले के गवाह व जेल में बंद हत्यारोपित पुलिसकर्मियों के बयान का मिलान कर रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 03:22 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 03:46 PM (IST)
Manish Gupta Murder case: सीबीआइ की रडार पर अब बड़े अफसर, डाक्‍टरों से भी होगी पूछताछ
मनीष गुप्‍ता हत्‍याकांड में सीबीआइ अब बड़े अध‍िकार‍ियों से पूछताछ करने जा रही है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच में सीबीआइ दो चरण की पूछताछ पूरी कर चुकी है। तीसरे चरण में लापरवाही बरतने के आरोपित अधिकारी, मेडिकल कालेज के डाक्टर व कर्मचारियों से पूछताछ हो सकती है। इससे पहले सीबीआइ इस मामले के गवाह व जेल में बंद हत्यारोपित पुलिसकर्मियों के बयान का मिलान कर रही है। इसके पूरा होने पर तीसरे चरण की पूछताछ शुरू होगी। सीबीआइ की एक टीम अभी भी गोरखपुर में ही है। एनेक्सी भवन का सेफ हाउस और एक कमरा खाली नहीं किया है।

सीबीआइ एक चरण में कर चुकी है पूछताछ

दो नवंबर को केस दर्ज करने के बाद मामले की छानबीन करने सीबीआइ 11 नवंबर को गोरखपुर पहुंची थी। पहले राउंड में सीबीआइ ने मनीष गुप्ता के दोस्तों के साथ ही होटल मैनेजर, पुलिसकर्मी और डाक्टर से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए।

सीबीआइ की फोरेंसिक टीम होटल के कमरा नंबर 512 की कर चुकी है जांच

दूसरे चरण में 28 नवंबर को दिल्ली की फोरेंसिक टीम को लेकर गोरखपुर पहुंची सीबीआइ टीम ने होटल के कमरा नंबर 512 व रामगढ़ताल थाने के जीप की जांच की। पुलिस की पिटाई से कमरा नंबर 512 में ही मनीष गुप्ता की मौत हुई थी।

जेल में जाकर आरोप‍ितों से पूछताछ कर चुकी है सीबीआइ

घटना के बाद आरोपित पुलिसकर्मी उन्हें थाने की जीप से मानसी हास्पिटल और वहां से मेडिकल कालेज ले गए थे। कोर्ट से आदेश पर बीते गुरुवार और शुक्रवार को सीबीआइ ने जेल जाकर आरोपित पुलिसकर्मियों से पूछताछ की थी। सबके बयान का मिलान करने के बाद टीम आरोपित पुलिसकर्मियों से दोबारा पूछताछ कर सकती है। शुक्रवार की देर शाम सीबीआइ के एडिशनल एसपी संजय शर्मा और दो अन्य अधिकारी लखनऊ लौट गए। लेकिन दारोगा विवेक श्रीवास्तव गोरखपुर में मौजूद हैं। उन्होंने एनेक्सी भवन के सेफ हाउस व कमरा को खाली नहीं किया है।

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