एम कोठियावी राही सम्मान एवं मुशायरे में शायर बोले 'हाशिए पर जी रहे लोगों के कलमकार थे राही'
21 सितंबर को बैंक रोड स्थित एक होटल में साजिद अली मेमोरियल कमेटी ने एम कोठियावी राही सम्मान एवं कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया। वरिष्ठ शायर जालिब नोमानी और अफसाना निगरी के लिए डा. ओबैदुल्लाह चौधरी को सम्मानित किया गया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। साजिद अली मेमोरियल कमेटी ने 21 सितंबर को बैंक रोड स्थित एक होटल में एम कोठियावी राही सम्मान एवं कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया। वरिष्ठ शायर जालिब नोमानी और अफसाना निगरी के लिए डा. ओबैदुल्लाह चौधरी को सम्मानित किया गया।
हिंदुस्तान के अफसाना निगार थे राही
कमेटी के सचिव महबूब सईद हारिस ने कहा कि कोठियावी राही हाशिये पर जी रहे जनमानस की आकांक्षाओं और आशाओं को कलमकार थे। वह गोरखपुर ही नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के मशहूर अफसाना निगार, अदीब व शायर थे। उन्होंने हमेशा सच लिखा और सच बोला। यही वजह है कि लोग आज भी उन्हें दिल से याद करते हैं। जमीर अहमद पयाम, डा. अशरफ अहमद उमर, वसीक अहमद, डा. दरख्शा ताजवर व फरहान काजमी ने राही साहब पर लेख पढ़ा।
मुशायरे में इन्होंने पेश किए कलाम
मुशायरे में जालिब नोमानी, जलाल सामानी, मोहम्मद अनवर जिया, नसीम सलेमपुरी, मजाज गोरखपुरी, वसीम मजहर, शाकिर अली शाकिर, अब्दुल्ला जामी, महमूद उल हक महमूद, इमरान बशर आदि ने अपना कलाम पेश किया। अध्यक्षता साहित्यकार महेश अश्क ने की और संचालन मोहम्मद फर्रुख जमाल ने किया।
लोगों ने लिया मुशायरे का आनंद
मुशायरे में बडी संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों ने मुशायरे का खूब आनंद लिया। इस मौके पर प्रमुख रूप से अब्दुल बाकी, डा. तरन्नुम हसन, ई. शम्स अनवर, ई. रफी अहमद, अरशद जमाल सामानी, काजी कलीमुल हक, मोहम्मद इफराहीम, डा. ताहिर अली सब्जपोश, डा. मुमताज खान, डा. एहसान अहमद, सैयद रेहान अहमद आदि मौजूद रहे।
निबंध प्रतियोगिता का परिणाम घोषित
क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई गोरखपुर की ओर से चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव और आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 15 अगस्त से अगस्त क्रांति और भारत छोड़ो आंदोलन विषय पर आनलाइन निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। 31 अगस्त को प्रविष्टि की आखिरी तिथि निर्धारित की गई थी। उस प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी नरसिंह त्यागी ने बताया कि पहला पुरस्कार झालावाड़ राजस्थान की नंदिनी सोनी को मिला है। दूसरे नंबर पर गोरखपुर के डा. विनोद कुमार रहे हें। मुंबई के विराट कोठारे और औरैया के रवि कुमार के निबंध को सांंत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया है। नरसिंह त्यागी को सभी विजेताओं को बधाई दी है।