कुशीनगर में तौल के नाम पर किसानों से की जा रही वसूली

कुशीनगर के खेसिया क्रय केंद्र पर प्रति बोरी लिया जा रहा 30 से 40 रुपये जबकि नियमानुसार 20 रुपये ही लिया जाना चाहिए इसके अलावा किसानों को तौल कराने के लिए कई दिनों तक केंद्र का चक्कर लगाना पड़ता है उनकी समस्या देखने वाला कोई नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:00 AM (IST)
कुशीनगर में तौल के नाम पर किसानों से की जा रही वसूली
कुशीनगर में तौल के नाम पर किसानों से की जा रही वसूली

कुशीनगर: विशुनपुरा ब्लाक के खेसिया क्रय केंद्र पर गेहूं की तौल के नाम पर किसानों से मनमाना वसूली की जा रही है। किसान गेहूं की तौल में घटतौली की भी शिकायत कर रहे हैं। जबकि शासन का निर्देश है कि क्रय केंद्रों पर किसानों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। किसानों का कहना है कि शिकायत की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।

किसानों को अपना गेहूं बेचने के लिए कई दिन तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। केंद्र पर किसानों के बैठने के लिए न तो छाया की व्यवस्था है न पीने के पानी का इंतजाम। बिचौलियों का गेहूं तुरंत तौल कराकर दो दिन में भुगतान करने का भी आरोप किसानों ने लगाया।

धर्मपुर गांव के किसान संदीप का कहना है कि कई दिन इंतजार करने के बाद भी केंद्र पर परेशान किया जा रहा है। तौल के नाम पर 30 से 40 रुपये प्रति बोरी की दर से वसूली की जा रही है। बोरियों की गिनती के नाम पर अलग से एक डिब्बा गेहूं की मांग की जा रही है। नरचोचवा के शैलेश तिवारी कहते हैं कि क्रय केंद्र पर किसानों को न तो पीने का पानी मिल रहा है न ही बैठने की कोई व्यवस्था। गेहूं की तौल कराने के लिए कड़ी धूप में भूखे-प्यासे खड़ा रहना पड़ता है। जो पैसा दे रहा है उसकी तौल समय से रही है। उच्चाधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं है।

डिप्टी आरएमओ विनय प्रताप सिंह ने कहा कि गेहूं क्रय केंद्र पर तौल कराने का शुल्क 20 रुपये निर्धारित है। अगर किसी क्रय केंद्र पर इससे अधिक लिया जा रहा है तो वह गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी, दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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