कुशीनगर में 261.51 करोड़ बकाया लगा बंद हो गईं चीनी मिलें

जिले की कप्तानगंज मिल ने किया सबसे कम 789.13 लाख का भुगतान रामकोला व ढाढ़ा ने सबसे अधिक किसानों के खाते में भेजा धन मिलों की लापरवाही से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है किसान जरूरी काम भी नहीं कर पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 10:24 PM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 10:24 PM (IST)
कुशीनगर में 261.51 करोड़ बकाया लगा बंद हो गईं चीनी मिलें
कुशीनगर में 261.51 करोड़ बकाया लगा बंद हो गईं चीनी मिलें

कुशीनगर : बीते वर्ष अत्यधिक बारिश से गन्ना व धान की फसल बर्बाद होने से जिले के किसान सर्वाधिक प्रभावित हुए। किसी तरह बचा गन्ना मिल तक पहुंचाए भी तो ढाई माह बाद भी गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हो सका। जिले की पांच चीनी मिलों में सेवरही, रामकोला, कप्तानगंज, ढाढ़ा व खड्डा ने कुल 215.31 लाख क्विंटल की पेराई की। इसका मूल्य 685 करोड़ चार लाख 63 हजार हुआ, लेकिन भुगतान 423 करोड़ 53 लाख ही हुआ है। किसानों का मिलों पर 261 अब भी करोड़ 51 लाख 23 हजार रुपये बकाया है।

यह हाल तक है जब उच्चतम न्यायालय ने 14 दिन में गन्ना मूल्य भुगतान का आदेश दिया है। जिले में किसानों का पूरा भुगतान किए बगैर ही चीनी मिलें बंद हो गई। होली भी बीतने जा रही है, अप्रैल के मध्य में नवरात्र व 22 अप्रैल से लगन शुरू हो रहा है। गन्ना मूल्य के भरोसे अपनी जरूरतें पूरी करने वाले गन्ना किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ऐसे में किसान नकदी फसल के भुगतान के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं।

चीनी मिलों ने यह किया भुगतान

ढाढ़ा चीनी मिल ने कुल 62.26 लाख क्विटल मूल्य 19955.86 के सापेक्ष 4855.57, रामकोला ने 63.53 लाख मूल्य 20048.33 के सापेक्ष 1732.97 रुपये, कप्तानगंज ने 27.76 लाख क्विटल मूल्य 8950.96 के सापेक्ष 8161.83 लाख रुपये, सेवरही ने 43.55 लाख क्विटल 13956.83 के सापेक्ष 8822.03 लाख रुपये, खड्डा ने 18.31 लाख क्विटल मूल्य 5592.65 लाख रुपये के सापेक्ष 2578.83 लाख रुपये बकाया है।

भुगतान नहीं मिला तो प्रभावित होंगे जरूरी कार्य

किसान राजा महेश्वर प्रताप शाही, सनुील मिश्र, हेमंत कुमार, पारसनाथ सिंह, विश्वनाथ सिंह पटेल का कहना है कि मिलें भुगतान नहीं कर रही हैं और बाकी फसलें पानी व बीमारी से सूख गईं। ऐसे में जरूरी कार्य निपटाने में दिक्कत आ रही है।

जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि त्योहार के मद्देनजर पिछले छह दिनों मिलों पर दबाव बना कर 3513.67 लाख रुपये का भुगतान कराया गया। अब तक 61.83 फीसद का भुगतान हो चुका है। बकाये को लेकर चेतावनी दी गई है कि 31 मार्च तक समस्त देयों का भुगतान कर दें। कप्तानगंज मिल को अल्टीमेटम दिया गया है। निर्धारित अवधि में भुगतान न करने वाली मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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