गोरखपुर जोन में अपराधियों से सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मी होंगे चिह्नित Gorakhpur News
एडीजी जोन दावा शेरपा का कहना है कि अपराधियों से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी तय है।
गोरखपुर, जेएनएन। पुलिस वालों की मुखबिरी की वजह से एक पुलिस उपाधीक्षक सहित आठ पुलिसकर्मियों के बलिदान के बाद एडीजी दावा शेरपा ने जोन में विभाग के उन पुलिसकर्मियों और सिपाहियों की पहचान करने का निर्देश दिया है जिनके अपराधियों से संबंध है। महकमा यह मानकर चल रहा है कि अब विभाग के ऐसे दागदारों को चिह्नित किया जाएगा जो किसी न किसी बहाने अपराधियों की मदद करते रहते हैं। विभाग की तरफ से सभी जिलों के पुलिस कप्तानों की देखरेख में अभियान चलाकर अपराधियों से साठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मी चिह्नित किए जाएंगे और इसका ठोस प्रमाण भी जुटाया जाएगा। प्रमाण के आधार पर चिह्नित पुलिसकर्मी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर की घटना से सकते में विभाग
कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में शातिर बदमाश विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर हमला हो गया था। इसमें आठ पुलिसकर्मी बलिदान हो गए थे। घटना के बाद शुरू हुई छानबीन में पता चला कि कुछ पुलिस वालों ने ही माफिया विकास को उसके घर पुलिस के दबिश देने की सूचना दी थी। इस पर उसने पुलिस टीम पर हमला करने के लिए बकायदा मोर्चेबंदी की थी। इस हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं।
ठोस प्रमाण पत्र के साथ होगी पहचान
अपराधी के लिए पुलिसकर्मियों के मुखबिरी की बात सामने आने के बाद महकमे के आलाधिकारियों के होश उड़ गए हैं। गोरखपुर जोन में इस तरह की किसी घटना की पुनरावृत्ति होने से रोकने के लिए एडीजी दावा शेरपा ने अपराधियों से ताल्लुक रखने वाले पुलिस वालों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है। जोन के 11 जिलों के पुलिस कप्तानों से उन्होंने अपराधियों से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मियों के बारे में पूरी जानकारी के साथ ही ठोस प्रमाण भी जुटाने की हिदायत दी है। ताकि समय रहते उन पर कार्रवाई की जा सके।
अपराधियों से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाई
एडीजी जोन दावा शेरपा का कहना है कि किसी पुलिसकर्मी का अपराधी से साठगांठ रखना गलत है। ऐसे पुलिस वालों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। अपराधियों से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी तय है।