गोरखपुर में 568 अपात्रों को मिल रही थी किसान सम्मान निधि, खाते में जाने के बाद वापस ली गई रकम

गोरखपुर में 568 अपात्र किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे थे। जांच में इनका नाम सामने आने के बाद 435 किसानों से योजना के तहत मिली धनराशि वापस कराई गई है। शेष 133 किसानों से सम्मान निधि के रुपये वापस कराने की प्रक्रिया चल रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 11:49 AM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 11:49 AM (IST)
गोरखपुर में 568 अपात्रों को मिल रही थी किसान सम्मान निधि, खाते में जाने के बाद वापस ली गई रकम
गोरखपुर में 435 किसानों से पीएम किसान सम्‍मान निधि वापस ली गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में 568 किसान ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जो पात्र न होते भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे थे। जांच में इनका नाम सामने आने के बाद 435 किसानों से योजना के तहत मिली धनराशि वापस कराई गई है। शेष 133 किसानों से सम्मान निधि के रुपये वापस कराने की प्रक्रिया चल रही है। तात्कालिक तौर पर इन किसानों को खाते से सम्मान निधि रकम निकालने पर रोक लगा दी गई है।

शिकायत के बाद हुई जांच

अपात्र होते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने में अभी तक जिनके नाम सामने आए हैं, उनमें से अधिकतर के विरुद्ध उनके गांव के ही लोगों ने शिकायत की थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर योजना के तहत उन्हें मिली धनराशि को वापस कराया गया। अलबत्ता कुछ किसानों ने खुद ही उप निदेशक कृषि को प्रार्थना पत्र देकर अपात्र होने की जानकारी दी। हाल के दिनों में 15 किसानों ने खुद को अपात्र बताते हुए योजना के तहत मिलने वाली रकम पर रोक लगाने तथा पूर्व में मिल चुकी धनराशि को लौटाने के लिए उप निदेशक कृषि के कार्यालय में आवेदन दिया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर चार महीने पर दो हजार रुपये की सरकारी मदद दी जाती है। गोरखपुर मंडल में 19.11 लाख किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं।

पति-पत्नी और आयकर दाता भी ले रहे थे योजना का लाभ

प्रधानमंत्री सम्मान निधि लेने वाले जिन अपात्रों को चिह्नित किया गया है, उनमें कई ऐसे हैं जो पति-पत्नी होते हुए भी अलग-अलग योजना का लाभ ले रहे थे। कई आयकर दाताओं को भी योजना का लाभ मिल रहा था। इसके अलावा सरकारी सेवा में कार्यरत और सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद 10000 रुपये से अधिक पेंशन पाने कई लोगों का नाम भी योजना से लाभान्वित होने वालों में शामिल कर लिया गया था।

पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट के बीच बढ़ी शिकायतें

गांवों में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होने के साथ ही अपात्र होते हुए भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वालों के विरुद्ध शिकायतें बढ़ गई हैं। चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे लोग अपने राजनीतिक समीकरण और गुण-गणित के हिसाब से इस तरह की शिकायतें कर रहे हैं।

अपात्रों को खुद आगे आने की अपील कर रहा विभाग

पात्र न होते हुए भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे लोगों से खुद आगे आने और योजना के तहत मिली धनराशि लौटाने की कृषि विभाग लगातार अपील कर रहा है। उप निदेशक कृषि ने बताया कि जिस खाते में योजना के तहत रकम आ रही है, उस बैंक में प्रार्थना पत्र देकर रकम वापस कर सकते हैं।

कुछ अपात्रों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि मिल रही थी। जांच कर उन्हें चिह्नित करने के बाद योजना के तहत मिली रकम कुछ वापस करा ली गई है बाकी से वापस कराने की प्रक्रिया चल रही है। अपात्रों को योजना का लाभ मिलने की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। - संजय सिंह, उप निदेशक, कृषि। 

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